नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश की सबसे बड़ी आइटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के निदेशक मंडल ने 16,000 करोड़ रुपये की शेयर बायबैक योजना को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने कहा है कि वह 15 फीसद प्रीमियम के साथ 2,100 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बायबैक करेगी। योजना के तहत कंपनी 7.61 करोड़ शेयर यानी 1.99 फीसद शेयर खरीदेगी।
कंपनी की 50-वीं सालाना आमसभा के बाद एमडी व सीईओ राजेश गोपीनाथन ने कहा कि कंपनी ने हमेशा निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न देने में विश्वास रखा है। हम शेयरधारकों को 80-100 फीसद तक रिटर्न देने के ऊपरी बैंड तक पहुंच गए हैं। वहीं, टीसीएस के पूर्व प्रमुख व अब टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि शेयर बायबैक की प्रक्रिया इस वर्ष सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी।
बायबैक योजना को मंजूरी मिलते ही शुक्रवार को बीएसई में कंपनी के शेयरों में करीब तीन फीसद का उछाल आया। इस उछाल के साथ टीसीएस के शेयर बीएसई में 1,849 रुपये के साथ उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। इसके साथ ही टीसीएस सात लाख करोड़ रुपये पूंजीकरण वाली पहली कंपनी बन गई।
क्या होता है शेयर बायबैक?
बायबैक एक निर्धारित समय में पूरी की जाने वाली एक प्रक्रिया है जिसमें निवेशकों के अतिरिक्त शेयरों को अपने सरप्लस का इस्तेमाल कर खुले बाजार से खरीदा जाता है। ये शेयर बाजार मूल्य या उससे ज्यादा कीमत पर खरीदे जाते हैं।
कंपनियां क्यों करती हैं बायबैक?
कंपनियां प्रीमियम पर शेयर्स की खरीद कर बाजार में इनकी संख्या को कम करती है और शेयर की कीमत को स्थिर करने का प्रयास करती हैं। कंपनियां ऐसा इसलिए करती हैं ताकि निवेशकों के भरोसे को बनाए रखा जा सकते और इसमें कंपनी अपने मुनाफे में से कुछ हिस्सा निवेशकों को देती है। इतना ही नहीं बायबैक करने के बायबैक से कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी बढ़ती है और किसी भी टेकओवर के खतरे को टाला जा सकता है।
निवेशकों को होगा क्या फायदा: अगर आपके पास टीसीएस के 100 शेयर्स हैं और आप उन्हें बेचते हैं तो आपको फायदा होगा। उदाहरण से समझिए वर्तमान समय में टीसीएस के प्रति शेयर का भाव 1844 रुपये है और कंपनी ने प्रति शेयर 2100 रुपये देने की बात कही है। ऐसे में आपको प्रति शेयर 256 रुपये का फायदा होगा। यानी आप अगर सारे शेयर्स बेचेंगे तो आपको 25,600 रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा।