बेबाक आवाजों पर आखिर कब तक होते रहेंगे हमले ?

नई दिल्ली । पत्रकारिता या मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। यह इसलिए भी क्योंकि आजादी के बाद पिछले 70 सालों में मीडिया ने आम तौर पर निष्पक्ष और बिना किसी दबाव के काम किया है। इसके लिए मीडियाकर्मियों को सत्ता के शिखर पर बैठे लोगों से दुश्मनी तक मोल लेनी पड़ी। […]

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