पणजी : लड़कियों के शराब पीने से गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर डर गए हैं। उन्होंने कहा कि अब सब्र की हद खत्म हो रही है। सीएम ने कहा, “मैं सबकी बात नहीं कर रहा हूं, मैं उनकी बात भी नहीं कर रहा हूं जो यहां सामने बैठे हैं।” हालांकि, उन्होंने भरोसा जताया कि नशीले पदार्थाें का राज्य के कॉलेजों में बहुत चलन नहीं है।
शायद ही खत्म हो नशे का कारोबार
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पर्रिकर ने गोवा में होने वाले नशीले पदार्थों के कारोबार पर कहा, “अपराधियों की धर-पकड़ जारी है। यह तब तक जारी रहेगी जब तक यह कारोबार पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता। हालांकि, मुझे भरोसा नहीं है कि यह पूरी तरह से खत्म हो पाएगा।” सीएम ने ये बातें हर साल राज्य विधानमंडल विभाग की ओर से किए जाने वाली राज्य युवा संसद में कही। उन्होंने कहा, “मुझे निजी तौर पर भरोसा है कि कॉलेजों में इसका (नशीले पदार्थों) बहुत ज्यादा प्रसार (proliferation) नहीं है।”
170 लोगों को अरेस्ट किया गया
सीएम ने बताया कि जब से गोवा में पुलिस को ड्रग्स का कारोबार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया, तब से 170 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
‘ड्रग्स के मामले में कोर्ट नर्म रुख अपनाते हैं’
पर्रिकर ने कहा, “अगर पकड़ी गई ड्रग्स की मात्रा कम है तो कानूनन दोषी को 8 से 15 दिन या एक महीने में जमानत मिल जाती है। हमारे कोर्ट इस मामले में नरमी बरतते हैं, लेकिन कम से कम वे पकड़े तो जाते हैं।”
‘युवा मेहनत नहीं करना चाहता’
उन्होंने बेरोजगारी पर कहा कि आजकल युवा कड़ी मेहनत करने से बचते हैं। यही वजह है कि लोवर डिवीजन क्लर्क (एलडीसी) की नौकरियों के लिए लंबी कतार लगी रहती है। पर्रिकर ने कहा कि लोगों की यह सोच है कि सरकारी नौकरी, मतलब कोई काम नहीं।