पटना : बिहार में दूल्हों को अगवा कर ‘पकड़वा विवाह’ करने का चलन बढ़ता जा रहा है। पुलिस विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2017 में 3405 दूल्हों को अगवा कर उन्हें शादी के लिए मजबूर किया गया था जबकि इससे पहले 2015 में 3000 और 2014 में 2526 दूल्हों की शादी बंदूक के जोर पर कराई गई।
पिछले महीने पटना के नजदीक गांव में एक इंजिनियर की जबरन कराई गई शादी देश में चर्चा का विषय बनी थी। एक अनुमान के मुताबिक, बिहार में औसतन प्रतिदिन ऐसी नौ शादियां हो रही हैं। इन घटनाओं में बढ़ोतरी के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को शादियों के मौसम में मुस्तैद रहने को कहा है।
नैशनल क्राइम रेकॉर्ड्स ब्यूरो की 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के लिए 18 से 30 साल तक के युवाओं को अगवा करने के मामले में बिहार अब शीर्ष पर है। अपहरण के आंकड़ों का लगभग 17 प्रतिशत हिस्सा अकेले बिहार राज्य का है। हालांकि शादी समेत दूसरे कई अन्य कारणों के तहत अपहरण की सबसे ऊंची दर असम की है, जहां कुल 3883 लोगों को अगवा किया गया।