हरियाणा: गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में एक नया मोड़ आ गया है। मामले की जांच कर रही सीबीआई ने दावा किया है की प्रद्युम्न की ह्त्या बस कंडक्टर ने नहीं बल्कि स्कूल के ही 11वीं के एक छात्र ने की है। CBI के निशानदेही पर उस छात्र को हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी छात्र ने एग्जाम और पैरेंट्स-टीचर मीट की वजह से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया है।
आरोपि छात्र स्कूल में होने वाली परीक्षा और पैरेंट्स-टीचर मीटिंग को टालने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था । CBI को जांच के दौरान इस वारदात से जुड़े कई अहम शुराग हाथ लगे हैं। आरोपि छात्र को CCTV फुटेज में भी देखा जा सकता है। प्राप्त सभी साक्ष्यों को एक कड़ी में जोड़ते हुए CBI ने आरोपि छात्र को हिरासत में ले लिया है जिसे सीबीआई ज्यूवेनाइनल कोर्ट में पेश करेगी।
CBI का दावा है कि आरोपि छात्र CCTV के फूटेज में चाकू ले जाते दिखाई दे रहा है। हत्या से पहले उसने टॉयलेट में मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखी। उसी समय उसकी नजर प्रद्युम्न पर पड़ी और प्रद्युम्न के साथ यौन शोषण का प्रयास किया, फिर चाकू से गला काटकर हत्या कर दी। आरोपी ने अपने दोस्तों से पहले हीं कहा था कि वे परीक्षा की तैयारी न करें, क्योंकि स्कूल में जल्द हीं छुट्टी होने वाली है।
इधर आरोपि के पिता का कहना है की उनका बेटा पुरी तरह से निर्दोष है। CBI मामले को नया रुख देना चाहती है और बेवजह हीं उनके बेटे को इस मामले में लपेट रही है। CBI पहले भी कई बार उससे इस सन्दर्भ में पूछताछ कर चुकी है। गुरुग्राम पुलिस भी जांच के दौरान CRPC की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज करा चुकी है।
बता दें गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल हुई प्रद्युम की हत्या इस साल की सबसे बड़ी वारदातों में से एक है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस वारदात के बाद गुरुग्राम पुलिस ने सबसे पहले बस कंडक्टर अशोक कुमार को गिरफ्तार किया था। उस वक्त आरोपी ने हत्या की बात कबूल की थी, लेकिन बाद में वह अपने बयान से पलट गया था। उसने कहा था कि दबाव में आकर उसने हत्या की बात स्वीकार की थी।
इस केस की जांच के लिए हरियाणा सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट गुड़गांव पुलिस को सौंपी थी। इस रिपोर्ट में रेयान इंटरनेशनल स्कूल की कई कमियां सामने आई थी। सबसे बड़ी बात ये कि स्कूल कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब मिले थे। यहां तक की स्कूल बाउंड्री वॉल टूटी हुई थी, जिससे अंदर आना-जाना बेहद आसान था। बाद में सरकार ने भारी दबाव के बीच इस मामले की जांच सीबीआई को दे दी थी। सीबीआई ने इस मामले में बस कंडक्टर के साथ ही स्कूल के माली हरपाल, कई टीचर, नॉन टीचिंग स्टाफ और मैनेजमेंट जुड़े लोगों से पूछताछ की थी। यहां तक की सीबीआई ने बस कंडक्टर और माली के साथ रेयान इंटरनेशनल स्कूल जाकर क्राइम सीन रिक्रिएट किया था।