झारखंड में हेमंत सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कान्फ्रेस कर कहा कि हमलोग आदिवासी है ,प्यार से कोई सर मांगे तो देने को तैयार हैं। पर दवाब की राजनीति गलत है। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को लेकर मचे सियासी बवाल के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि वह सेकुलर हैं और इसलिए मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे सब जगह जाते हैं। अगर उन्हें 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने का न्योता मिलता है तो वह कार्यक्रम में शामिल होंगे। ईडी के 6 समन पर अब तक नहीं जाने के मामले में हेमंत सोरेन ने कहा देश संविधान से चलता है और सरकार भी कानून से चलती है। क्या मैं भगोड़ा हूं हम कोई भगोड़ा नहीं है और ना ही विदेश में बसने की कोई मंशा है ।साथ ही हेमंत में ईवीएम मशीन को लेकर भी सवाल उठाए उन्होंने कहा कि देश को विश्व गुरु बना है तो चुनाव वैलेट पेपर के जरिए ही होना चाहिए। हेमंत ने पीएम फेस को लेकर भी कहा कि जनता ही फेस बनाती है और बिगड़ती है। चेहरा आगे करके चुनाव लड़ने की पद्धति यह ठीक नहीं। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का ठीक तरह से गठन भी नहीं हुआ था और देश-दुनिया में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी। वैश्विक महामारी के चलते देश में लंबे समय तक लॉकडाउन लगा रहा। झारखंड देश के पिछड़े राज्यों में गिना जाता है वैसी स्थिति में कोरोना जैसी आपदा राज्य के लिए अभिशाप जैसी थी। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के समय भी अन्य राज्यों के अपेक्षा झारखंड में बेहतर कार्य किया तथा गरीब, मजदूर, किसान सहित सभी को सुरक्षा प्रदान करते हुए महामारी का डटकर सामना किया। वैश्विक महामारी के चपेट में आकर हमारे मंत्रिमंडल के दो मंत्री भी शहीद हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही वैश्विक महामारी का बादल छटा, हमारी सरकार ने वादों के अनुरूप राज्य को एक नई दिशा देने का प्रयास किया। हेमन्त सोरेन ने कांके रोड, रांची स्थित मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आयोजित पत्रकार संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार पूरे झारखंडियों की सरकार है। शुरुआती दिनों से ही हमारी सरकार ने राज्य के हर वर्ग, हर समाज को लेकर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण और प्रभावी अभियान रहा है। इस अभियान के तहत हम विकास की राह में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे हैं। 29 दिसंबर 2023 को इस अभियान के तीसरे चरण का अंतिम पड़ाव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य होने के वजह से यहां आर्थिक, शैक्षणिक स्तर पर सहित कई विषमताएं रही हैं। हमारी सरकार “आपकी-योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” अभियान के माध्यम से इन विषमताओं पर काम करने का पुरजोर कोशिश हुई है।
हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य कर्मियों को संवेदनशील बनाने का प्रयास किया है। जिस उद्देश्य के साथ हम लोगों ने सरकार बनाई उसे उद्देश्य को पूरा करने के लिए यह सरकार अबतक गांव के लोगों के साथ, राज्य की जनता के भावनाओं के साथ कम से कदम मिलाकर चलने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री के मुताबिक अभी चुनौतियां खत्म नहीं हुई हैं, आगे हम लोगों को और कई चुनौतियों से सामना करना है परंतु इन चुनौतियों से निपटने के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राज्य का सर्वांगीण विकास केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के आपसी समन्वय से होता है परंतु मेरा मानना है कि केंद्र सरकार से जो सहयोग हमें मिलना चाहिए था वह अपेक्षा के अनुरूप नहीं मिला है। केंद्र सरकार से कम सहयोग मिलने के बावजूद सरकार ने कदम रोके नहीं बल्कि निरंतर आगे बढ़ते रहे।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने झारखंड के किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं बेरोजगारों सहित सभी वर्ग को सरकार की विभिन्न भावी योजनाओं से जोड़ने का निरंतर प्रयास किया है। आगे भी करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में 80% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। मेरा मानना है कि राज्य का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब हम गांव को मजबूत करेंगे, जब गांव मजबूत होगा तभी शहर और राज्य मजबूत होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम झारखंड के गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर राज्य के माथे पर जो पिछड़ेपन का टैग लगा है उसे हटाने में जरूर कामयाब होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 20-25 में झारखंड युवा राज्य की गिनती में शुमार हो जाएगा। पिछले 20 वर्षों में इस राज्य को पूर्व सरकारों से जितनी अपेक्षाएं थीं उसके मुताबिक पूर्ववर्ती सरकारी बिल्कुल खरी नहीं उतर पाई यही वजह है कि आज झारखंड पिछड़ेपन का दंश झेल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में झारखंड में ऐसे कोई काम नहीं हुआ जिसके भरोसे आज हम हर चुनौती से लड़ने का सामना रखते हों, लेकिन धीरे-धीरे ही सही हमारी सरकार झारखंड की जड़ को मजबूत करने पर लगी है। आने वाले कुछ वर्षों में हम इस राज्य को अपने बल पर खड़ा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमने राज्य में महत्वपूर्ण राज्य सरकार के अंश के रूप में कार्य कर रहे कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों, शिक्षकों आंगनबाड़ी कर्मियों सहित कई वर्ग के अनुबंधकर्मियों की पुरानी मांगों को पूरा करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में सरकार के कर्मियों ने पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर सड़कों पर आंदोलन किया है। झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य है जहां पुरानी पेंशन योजना लागू हुई है। हमारी सरकार ने झारखंड में सर्वजन पेंशन योजना लागू करने का काम कर दिखाया है। सर्वजन पेंशन योजना लागू करने वाला झारखंड पूरे देश में पहला राज्य है। वर्तमान समय में हमारे राज्य में 60 वर्ष से ऊपर सभी बुजुर्ग महिला-पुरुष, विधवा, दिव्यांगो को सामाजिक सुरक्षा से जोड़ने का कार्य कर दिखाया है। हमारी सरकार ने सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता में लेकर इसके दायरे को बढ़ाने पर बल दिया है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार आने वाली पीढ़ी को सशक्त करने के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने झारखंड के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति राशि में वृद्धि की है, वहीं सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना से बच्चियों को जोड़ा गया है। इस योजना के तहत सभी पात्र बच्चियों को आर्थिक सहयोग किया जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई बीच में रुके नहीं।
Breaking News
- December 29, 2023 नीतीश कुमार दोबारा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ललन सिंह ने पेश किया इस्तीफा !
- December 29, 2023 हेमंत सोरेन की सरकार ने आदिवासी दलितों को दी नव वर्ष की सौगात, 50 साल में ही मिलेगा पेंशन का लाभ।
- December 29, 2023 बोध गया में दलाई लामा का तीन दिवसीय विशेष शैक्षणिक सत्र।
- December 28, 2023 रामोत्सव 2024: अयोध्या में लग्जरी टेंट सिटी का आयोजन।
- December 28, 2023 हेमंत सरकार ने अपने चार वर्षों के कार्यकाल को पूरा किया: मुख्यमंत्री ने उपलब्धियों की सूची बताई है।