झारखंड, 29 दिसम्बर 2023:
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने चार साल के कार्यकाल के समापन पर राज्यवासियों को नव वर्ष की खुशियों के साथ एक से बढ़कर एक सौगातें देने का ऐलान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इन चार सालों में राज्य ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन सरकार ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए भी विकास की राह में कदम बढ़ाया है।
कोविड-19 महामारी के काल में सरकार ने देशव्यापी ऑक्सीजन सप्लाई के माध्यम से लोगों की मदद की, और इस समय दो मंत्रीयों को खोने का दुख झेला है। हेज़ी हुसैन अंसारी और जगन्नाथ महतो ने कोविड के काल में अपने प्राण गँवा दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इन शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उनकी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हेमंत सोरेन ने अपने भाषण में कहा, “यह राज्य भीख से नहीं, बल्कि लड़कर मिला है।” उन्होंने राज्य के विकास में जनता की सहभागिता की महत्वपूर्ण भूमिका को बताया और आपसी समर्थन की महत्वपूर्णता को मान्यता दी।
सरकार ने आदिवासियों और दलितों के लिए कई कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ने घोषित किया कि अब से आदिवासियों और दलितों को 50 साल की आयु से ही पेंशन का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही, बीजेपी सरकार के किसान विरोधी क़ानूनों के खिलाफ भी उन्होंने अपना रुख दिखाया और कहा कि अगर कोयला का बकाया रॉयल्टी मिलता है, तो गरीबों के लिए कई स्कीमें आएंगी।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी और दलित समुदाय के लिए नए आवासों की योजना की घोषणा की है और कहा कि यह सरकार गरीबों के लिए बेहतर घर पहुंचाने के लिए कई कदम उठा रही है। उन्होंने इस संदर्भ में चार बेटियों के घर में पढ़ाई का खर्च सरकार द्वारा उठाया जाएगा और उत्कृष्ठ विद्यालयों की संख्या को बढ़ाने का भी ऐलान किया है।
साथ ही, विभिन्न जिलों में फ्लाईओवर और बाईपास के कामों को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि जनता को सुरक्षित और तेजी से यातायात का लाभ मिल सके।
राज्य में विकास की राहों में आगे बढ़ने का संकल्प लेते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, “ये चार साल चुनौतियों भरे रहे हैं, लेकिन हम इन्हें पार करेंगे और राज्य को एक नए उच्चतम स्थान पर पहुंचाएंगे।”
इस समारोह में राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विकास योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास और समर्पण समारोह के साथ-साथ, युवा पीढ़ी को नौकरी पत्र भी बांटे गए।
सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को लागू करने में कई कदम उठाए हैं और लोगों को इससे होने वाले लाभों का अवगत किया गया है। इस मौके पर राज्य के नेताओं ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास के लिए नए कदम उठाने का संकल्प लिया है।
इस मौके पर रांची के मोराबादी मैदान में मुख्यमंत्री को सुनने के लिए युवाओं की भीड़ देखने को मिली