नई दिल्ली: अमिताभ बच्चन आज 75 वर्ष के हो गए हैं। उनका जन्म 11 अक्टूबर, 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद मे हुआ था। अमिताभ बच्चन इंजीनियर बनना चाहते थे और एयरफोर्स में जाना उनका ख्वाब था। अमिताभ बच्चन को उनकी भारी-भरकम आवाज के लिए पहचाना जाता है, लेकिन ऑल इंडिया रेडियो ने उनकी आवाज को रिजेक्ट कर दिया था। यही नहीं, उन्होंने मृणाल सेन की ‘भुवन शोम (1969)’ और सत्यजीत रे की ‘शतरंज के खिलाड़ी (1977)’ में कहानी नैरेट की थी। बॉलीवुड में स्क्रीन पर एंग्री यंगमैन को लाने का श्रेय उन्हीं को जाता है और दिलचस्प बात यह है कि उन्हें ‘जंजीर’ के रूप में पहली हिट मिलने से पहले 12 असफल फिल्मों का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन वे पिछले साढ़े चार दशक से फिल्म इंडस्ट्री में हैं और आज उनका बड़े परदे से लेकर छोटे परदे तक पर सिक्का चलता है।
अमिताभ की फिल्मों की सबसे बड़ी खासियत उनके डायलॉग हुआ करते थे। ये ऐसे होते थे कि तुरंत लोगों की जुबान पर चढ़ जाते थे। कई डायलॉग तो हमारी जीवनशैली का ही हिस्सा बन चुके हैं। आइए नजर डालते हैं, उनके 10 सबसे लोकप्रिय डायलॉग्स परः
पूरा नाम, विजय दीनानाथ चौहान, बाप का नाम, दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मांडवा, उमर छत्तीस साल। (अग्निपथ)
हम जहां खड़े हो जाते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है। (कालिया)
आज मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, बैंक बैलेंस है, क्या है तुम्हारे पास? (दीवार)
आई कैन टॉक इंग्लिश, आई कैन वॉक इंग्लिश, आई कैन लॉफ इंग्लिश बिकॉज इंग्लिश इज अ वेरी फन्नी लैंग्वेज. भैरों बिकम्स बायरन बिकॉज देयर माइंड्स और वैरी नैरो। (नमकहलाल)
रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह। (शहंशाह)
मूंछें हो तो नत्थूलाल जैसी वर्ना न हो। (शराबी)
डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है। (डॉन)
कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है – कि जिंदगी तेरी जुल्फों की नर्म छांव में गुजारनी पड़ती तो शादाब हो भी सकती थी। (कभी कभी)