नोएडा सेक्टर 20 कोतवाली पुलिस ने नीति विरुद्ध तन व्यापार कराने के आरोपितों को लेकर नया राजफाश किया है। पुलिस का कहना है कि गैंग के पास किशोरिवास्था लड़कियों की माँग आती थी, इसलिए इन्हें इंग्लिश दवाएं देकर और बहला-फुसला कर अपने साथ ले जाते थे। इसके बाद इन लड़कियों की सेक्टर 15 स्थित गेस्ट हाउस समेत अन्य सुरक्षित ठिकानों पर पैसो की बोली लगाई जाती थी। इसमें बिजनेसमैन के साथ साथ शिक्षित और सभ्य व्यक्ति भी शामिल होते थे।
एक सितंबर को बरामद लडकियों को ऊंची कीमत में बेचने के लिए ही आरोपित एक सप्ताह तक दिल्ली के कीर्ति नगर में स्थित एक मकान में छिपा कर रखे थे। लडकियों को रोज पांच-छह लोगों को दिखाया जाता था। उसकी बोली दो लाख रुपये तक लग चुकी थी।
पुलिस ने एक सितंबर को तन व्यापार कराने के मकसद से अपहरण की गई 14 साल की लड़की को बरामद किया था। इस दौरान हाकिम उर्फ मामा, प्रीति, सौरभ समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद सेक्टर 15 स्थित एक गेस्ट हाउस के संचालक सुमित को भी गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। यहां से भी एक लड़की समेत चार लड़कियों को आज़ाद कराया था।
पुलिस को लड़कियों ने बताया है कि उन्हें बेचने के लिये पैसो की बोली लगाई जाती थी। बोली में कम उम्र के बहुत कम लोग शामिल होते थे। ज्यादातर 40 साल से अधिक उम्र के लोग ही शामिल होते थे। उन्हें सुबह ही छोटे कपड़े पहना कर बैठा दिया जाता था और दिन भर में पांच से छह लोगों को दिखाया जाता था। आरोपितों से मिले पांच मोबाइलों में 50 से अधिक ऐसे लोग शामिल हैं, जो लगभग रोज ही चैट पर बात करते थे।
नोएडा पुलिस को शक है कि यह सभी दलाल हैं। चैट से पता चला है कि इनके पास ग्राहक अलग-अलग उम्र की लड़कियों की माँग करते थे और वे गिरफ्तार आरोपितों से इसकी व्यवस्था करने को कहते थे। इन नंबरों की कॉल डिटेल निकाली जा रही है। इसके बाद पुलिस इन पर शिकंजा कसेगी।
मनोज कुमार पंत ने बताया कि गैंग के लोग माँग पर विभिन्न उम्र की लड़कियों की व्यवस्था करते थे। जो ग्राहक अधिक कीमत देने को तैयार होता था, उसे लड़की दे दी जाती थी। कीमत लगाने वालों में दूसरे राज्यों के अमीर लोग भी शामिल हैं।