श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन में बुधवार को एक बीएसएफ जवान के शहीद होने का बदला 24 घंटे में ले लिया गया है। गुरुवार को सांबा सेक्टर में बीएसएफ ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। मोदी सरकार के एक के बदले 10 सिर वाले बयान को सच करते हुए बीएसएफ ने 10 पाकिस्तानी रेंजर्स को ढेर कर दिया। साथ ही एलओसी पार 4 पाकिस्तानी चौकियों को भी तबाह कर दिया।
जम्मू- कश्मीर के सांबा सेक्टर में बुधवार को पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की थी। इस गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था। पाकिस्तान सीमा पार से लगातार फायरिंग कर रहा है। भारतीय जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि बीएसएफ जवानों ने बुधवार को 4 पाकिस्तानी मोर्टार की पोजिशंस का पता लगाया, उन्हें निशाना बनाया और नष्ट कर दिया।
वहीं जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में भी बीएसएफ को बड़ी कामयाबी मिली है। घने कोहरे के बावजूद आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, जिसे बीएसएफ ने नाकाम कर दिया है। एक घुसपैठिए को मार गिराया गया। इलाके में घुसपैठियों की संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर निगरानी बढ़ा दी गई है।
बीएसएफ जवानों ने गुरुवार सुबह करीब 5:45 बजे अरनिया सेक्टर में निकोवाल सीमा चौकी के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो-तीन संदिग्ध लोगों को देखा। बीएसएफ जवानों ने गोलीबारी शुरू की, जिसमें एक घुसपैठिया मारा गया। मृतक की उम्र 30 वर्ष के आसपास होगी। बाकी घुसपैठिए वापस भाग निकले।
पाकिस्तान की ओर से फायरिंग में हेड कांस्टेबल आरपी हाजरा शहीद हो गए थे। उनकी उम्र 50 साल थी। बुधवार शाम करीब चार बजे हाजरा पाकिस्तानी सीमा की ओर से हुई गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गोली लगने से घायल जवान को तुरंत पास के ही एक अस्पताल पर ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। बता दें कि जवान का बुधवार को ही जन्मदिन था।
इस घटना से कुछ दिन पहले पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक जवान शहीद हुआ था। 32 साल के सिपाही जगसीर सिंह राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर सीमापार से पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलियां चलाई थीं। 2017 में पाकिस्तान ने बीते दशक में सबसे ज्यादा सीजफायर उल्लंघन किया जिससे सेना के 19 और बीएसएफ के चार जवान समेत 35 लोगों की मौत हुई थी।
23 दिसंबर को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर सेना के एक मेजर और तीन सैनिक शहीद हुए थे और दो दिन बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सैनिकों ने पाक के कब्जे वाले कश्मीर में तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था।