खतरनाक ऑस्ट्रेलियाई ओपनर, जिसके उतरते ही हर टीम चौकन्नी हो जाती थी और सबसे पहले उसे आउट करने के मौके तलाशने लग जाती थी। जी हां! टेस्ट क्रिकेट की दूसरी बड़ी पारी खेलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड रखने वाले ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज मैथ्यू हेडन आज (28 अक्टूबर) 46 साल के हो गए।
16 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में छाए रहने वाले हेडन ने इस साल खास अंदाज में भारतवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी थी। दरअसल, उन्होंने ट्विटर पर भारत के राष्ट्रगान का इंग्लिश ट्रांसलेशन कर डाला था। उन्होंने अपने खेल से तो सभी का दिल जीता ही है, भारत के राष्ट्रगान के प्रति सम्मान दिखाकर भारतीय के दिलों में भी बस गए।
1994 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले मैथ्यू हेडन खराब फॉर्म की वजह से टीम से अंदरह-बाहर होते रहे। आखिरकार पहली बार भारत की पिचों पर उन्हें पहचान मिली। 2001 के भारत दौरे में हेडन ने 549 रनाकर ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं के भरोसे को जीता और यहीं से उनके करियर ने नया मोड़ लिया।
इतना हीम नहीं 2003 में जिंबाब्वे के खिलाफ पर्थ में ताबड़तोड़ 380 रनों की पारी (86.95 का स्ट्राइक रेट) खेलकर ब्रायन लारा के 375 रनों की पारी को भी पीछे छोड़ दिया। हालांकि यह कीर्तिमान ज्यादा समय तक कायम नहीं रह सका। लारा ने अगले ही साल नाबाद 400 रनों की पारी खेलकर सर्वोच्च पारी का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
हेडन-जस्टिन लैंगर की जोड़ी ने कई टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया को जबर्दस्त शुरुआत दी और उसकी जीत के शिल्पकार बने। दोनों ने 6000 से ज्यादा रनों की भागीदारी की। हालांकि वनडे में हेडन को उतनी सफलता नहीं मिली, लेकिन 2007 वर्ल्ड कप में उनके बल्ले से 659 रन निकले थे।
हेडन को कई विशेषज्ञ ऑस्ट्रेलिया का सफलतम सलामी बल्लेबाज मानते हैं। 103 टेस्ट मैचों में 30 शतक और 29 अर्धशतक के साथ 50.73 की औसत से 8625 रन बनाए। 161 वनडे में 43.80 के एवरेज से हेडन ने 6133 रन बनाए। जिसमें उनके 10 शतक और 36 अर्धशतक शामिल रहे।