मुंबई : तीन तलाक पर मोदी सरकार को शिवसेना का समर्थन मिलते दिख रहा है। तीन तलाक पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा है कि अगर केंद्र सरकार तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए कानून लेकर आती है तो ये सराहनीय कदम होगा।
शिवसेना ने मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा है, ‘‘तीन तलाक पर अगर केंद्र सरकार विधेयक लाती है तो यह एक अच्छा कदम होगा क्योंकि इससे मुस्लिम महिलाएं हमेशा के लिए मुक्त हो जाएंगी। प्रथा पर पूरी तरह रोक लगनी चाहिए और इसके चलन को अपराध माना जाना चाहिए।’’ शिवसेना के द्वारा यह मांग ऐसे वक्त आई है जब केंद्र उच्चतम न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद चल रही फौरी तीन तलाक प्रथा को खत्म करने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र में एक विधेयक लाने पर विचार कर रहा है।
दरअसल मोदी सरकार तीन तलाक पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने पर विचार कर रही है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार शीतकालीन सत्र के दौरान विधेयक पेश कर सकती है।
पिछले दिनों ही सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक पर रोक लगाते हुए सरकार को कानून बनाने की सलाह दी थी। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के जजों ने कहा था कि यह पाप है, इसलिए सरकार को इसमें दखल देना चाहिए और तलाक के लिए कानून बनाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि तीन तलाक पर छह महीने का स्टे लगाया जाना चाहिए, इस बीच में सरकार कानून बना ले और अगर छह महीने में कानून नहीं बनता है तो स्टे जारी रहेगा। यह भी कहा गया था कि सभी पार्टियों को राजनीति को अलग रखकर इस मामले पर फैसला लेना चाहिए।