नई दिल्ली : संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। नया मामला शबाना आजमी से जुड़ा हुआ है। बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा शबाना आजमी ने फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर दीपिका पादुकोण और फिल्मकार संजय लीला भंसाली को मिल रही धमकियों के विरोध में भारतीय फिल्म उद्योग से गोवा में होने वाले 48वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के बहिष्कार का आग्रह किया है। शबाना ने ट्वीट कर कहा, “पूरी फिल्म इंडस्ट्री को दीपिका पादुकोण, संजय लीला भंसाली और ‘पद्मावती’ को लेकर मिल रही धमकियों के विरोध में आईएफएफआई का बहिष्कार करना चाहिए।”
शबाना सिलसिलेवार ट्वीट कर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) पर जमकर बरसीं। शबाना अाज़मी ने सीबीएफसी से ट्वीट कर सवाल किए हैं ‘क्या सही में फिल्म पद्मावती को अधूरे नियम पालन के कारण लौटाया गया है? या फिर जो आग फैली है उसको कायम रखने के लिए और फायदे के लिए एेसा किया गया है?”
इसके बाद शबाना ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने सीधे मौजूदा सरकार पर निशाना साधा। शबाना ने लिखा ”सबकी दुकान चल रही है उस सरकार के आश्रय में जो अभी पॉवर में है। फिल्म इंडस्ट्री को पद्मावती को लेकर एक जुट होना चाहिए।”
इसके साथ ही शबाना आज़मी ने फिल्म ‘पद्मावती’ के विवाद पर चुप्पी के लिए सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की भी आलोचना की। ट्विटर पर उन्होंने लिखा, ‘स्मृति ईरानी आईएफएफआई की तैयारी कर रही हैं। यह तभी संभव है जब भारतीय फिल्म उद्योग इसके लिए वाहवाही बटोरे और पद्मावती पर मौन रहे।’ शबाना आज़मी ने आगे लिखा, ‘यह बिल्कुल 1989 में सफदर हाशमी की हत्या के बाद एचकेएल भगत और कांग्रेस सरकार द्वारा दिल्ली में आईएफएफआई का जश्न मनाने जैसी घटना है, सांस्कृतिक विनाश।’
सीबीएफसी ने फिल्म के आवेदन पत्र को कथित तौर पर यह कहकर लौटा दिया था कि यह अधूरा है। बोर्ड का कहना था कि जो आवेदन फिल्म को मंजूरी देने के लिए दिया गया था वह पूरा नहीं था। अब जब दोबारा फिल्म को मंजूरी देने की अर्जी आएगी तब बोर्ड आगे की कार्यवाही करेगा।