पटना : पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल आज शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी है। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से अबतक दस मरीजों की मौत हो चुकी है। हड़ताल का असर ओपीडी में भी दिख रहा है। यहां कई लोग अपने परिजनों का इलाज कराने आए, लेकिन हड़ताल के कारण इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।
गुरूवार को एक मरीज की मौत से नाराज परिजनों ने डॉक्टर्स को खदेड़-खदेड़ कर पीटा था जिसके बाद से डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीज लगातार दम तोड़ रहे हैं। इसके अलावा इमरजेंसी समेत कई वार्डों में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई है। इसके साथ ही अस्पताल में नए मरीजों को भी भर्ती नहीं किया जा रहा है। कल से अब तक अस्पताल से सैकड़ों मरीज पलायन कर चुके हैं।
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल की यह है वजह :-
– पीएमसीएच की इमरजेंसी में गुरुवार को एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा, तोड़फोड़ और मारपीट की थी।
– इस घटना में हेल्थ मैनेजर, ट्रॉलीमैन और कुछ डॉक्टरों को चोट लगी थी, जिसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया।
यह है जूनियर डॉक्टरों की मांग :-
– पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों की सबसे प्रमुख मांग सुरक्षा है।
– डॉक्टरों का कहना है कि हॉस्पिटल में मौत होने पर परिजन हमारे साथ मारपीट करने लगते हैं।
हंगामा और मारपीट करने वालों पर एफआईआर दर्ज नहीं होता। वहीं, हम लोगों के खिलाफ केस कर दिया जाता है।
– हॉस्पिटल में सुरक्षा के मुकम्मल प्रबंध किए जाएं, जिससे हमलोग बिना किसी डर के काम कर सकें।
अब तक जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक हड़ताल खत्म कराने के लिये विभाग और मंत्री की तरफ से तमाम कोशिशें जारी हैं।