जम्मू काश्मीर:जम्मू-राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को लेकर एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पीओके पाकिस्तान का है और उसी के पास रहेगा। पाकिस्तान इसमें बराबर का साझेदार है। शनिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक ने कहा कि पाकिस्तान भी कश्मीर विवाद का हिस्सा है। लिहाजा इस मसले पर उससे भी बात करनी होगी। उन्होंने बताया कि आधा कश्मीर पाकिस्तान के पास है और आधा भारत के पास। कश्मीर का जो हिस्सा (पीओके) पाकिस्तान के पास है, वह उसके पास ही रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर का आधा हिस्सा भारत के पास है, जो भारत का ही रहेगा।
फारूक अब्दुल्ला ने अपने बयान में कहा कि कश्मीर के लिए आजादी विकल्प नहीं है। भारत ने कश्मीर के पीठ में खंजर भोंका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के एक मंत्री ने बिल्कुल सही कहा कि जिस समझौते के तहत कश्मीर के हिस्से को अधिगृहीत किया है, वो भूल गए हैं। इसकी वजह से आप कह रहे हैं कि ये हिस्सा आपका है। उन्होंने बताया कि अगर आप कश्मीर के हिस्सा को अपना होने की बात करते हैं, तो आपको उस समझौते का याद करना होगा।
मालूम हो कि दिनेश्वर शर्मा को कश्मीर समस्या की मध्यस्थता का जिम्मा सौंपे जाने पर उन्होंने कहा, मैं इस पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं। उन्होंने बातचीत की है, लेकिन सिर्फ बातचीत ही समाधान नहीं है। यह भारत और पाकिस्तान के बीच का विवाद है। लिहाजा भारत सरकार को कश्मीर मसले पर पाकिस्तान सरकार से भी बात करनी होगी। पाकिस्तान के पास भी कश्मीर का एक हिस्सा है।
यह पहला मौका नहीं जब फारुक ने ऐसा विवादित बयान दिया है। इससे पहले साल 2015 में भी उन्होंने यही बयान दिया था। इसके अलावे हाल ही में जब केंद्र सरकार ने कश्मीर समस्या का समाधान निकालने के लिए दिनेश्वर शर्मा को किसी भी पार्टी से बात करने की छूट दी, तो नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने सरकार की इस पहल को पाकिस्तानी एंगल दे दिया।