भारत में दिल्ली सहित उत्तरी राज्य जहां स्मॉग की चपेट में हैं, वहीं पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है। नासा की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में जलने वाली पराली का असर इस कदर वातावरण पर पड़ा है कि पाकिस्तान भी स्मॉग के चपेट में आ गया प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान में लाहौर-रावलपिंडी हाईवे स्मॉग के कारण बंद कर दिया गया है। हादसे को रोकने के लिये इस रास्ते पर गाड़ियों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। पाकिस्तान में सबसे ज्यादा स्मॉग का असर कहीं पड़ा है तो वो है पंजाब। यहां 0 से 50 मीटर तक ही विजबिलिटी है। यहां कई उड़ाने भी रद्द कर दी गई हैं।
राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में दो दिन से घनी धुंध ने प्रदूषण को खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है। मंगलवार को जहां घने धुंध के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर थी, वह बुधवार को सुबह 10 मीटर से भी कम हो गई। घने धुंध और प्रदूषण के चलते दिल्ली एनसीआर के सभी स्कूलों को रविवार तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा, दिल्ली में हवा की स्थिति बिगड़ रही है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता है। रविवार तक दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
आज तक छाई रहेगी धुंध
मौसम विभाग के एडीजी डाॅ ़एम महापात्रा के अनुसार उम्मीद है कि आज से धुंध कमजोर पड़ जाएगी और मौजूदा स्थिति से मुक्ति मिलेगी। 10 नवंबर से उत्तर भारत की तरफ उत्तरी हवाएं चलेंगी जिससे तापमान में गिरावट की संभावना है। मंगलवार को हल्की धुंध को देखते हुए सिर्फ एक दिन के लिए पांचवीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया था। बाद में बुधवार को धुंध और प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए स्कूलों को रविवार तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावे स्कूलों को बच्चों के स्कूल के बाहर की गतिविधियों पर भी रोक लगाने का आदेश दिया गया था।
एक समिति ने प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए और प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के उद्देश्य से दिल्ली मेट्रो को किराया घटाने और अगले दो दिनों के लिए फेरों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा है। इसके साथ ही वाहनों की पार्किंग शुल्क चार गुना करने का भी निर्देश दिया है। इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम व नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने भी दिल्ली के लिए सामान नहीं लाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही ईपीसीए ने दिल्ली सरकार से पिछले वर्ष की तरह सम-विषम यातायात योजना को फिर से लागू करने के लिए तैयार रहने को भी कहा है।