नोटबंदी की एक साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के सूरत पहुंचे। राहुल गांधी ने यहां व्यापारियों से मुलाकात की और नोटबंदी तथा जीएसटी को लेकर उनकी शिकायतें सुनीं। व्यापारियों से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि जीएसटी के 5 स्लैब काम नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने टैक्स की अधिकतम सीमा 18 प्रतिशत पर रखने की मांग की थी बावजूद इसके हमारी बात नहीं सुनी गई। हमारा प्वाइंट बेहद सामान्य है, जीएसटी में सुधार की बहुत जरूरत है। कपड़ा कारोबार के लिए पूरे देश में मशहूर गुजरात के शहर सूरत में राहुल गांधी ने डाई कारखाने में कारीगरों के साथ भी वक्त बिताया और नोटबंदी के कारण उन्हें हुईं दिक्कतें सुनी।
मित्रों… एक साल पूरा हुआ, धन्यवाद !
राहुल ने कहा कि एक साल पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय रिजर्व बैंक की अनदेखी कर और अपने मंत्रिमंडल को एक कमरे में बंद कर मनमाने ढंग से नोटबंदी का ऐलान किया और देश के लोगों को महज चार घंटे की मोहलत दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि उनके इस फैसले का मकसद भ्रष्टाचार का सफाया है। बारह महीनों में बस यही हुआ है कि उन्होंने भ्रष्टाचार की जगह हमारी फलती-फूलती अर्थव्यवस्था को लेकर भरोसे का सफाया कर दिया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने कहा कि सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकलन के अनुसार, नोटबंदी के बाद पहले चार महीनों में 15 लाख लोगों ने रोजगार गंवा दिया। उन्होंने कहा, इस साल जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी के कारण हमारी अर्थव्यवस्था पर दूसरा हमला हुआ। इसने लाखों लोगों की रोजी-रोटी तबाह कर दी।
व्यापारियों को संबोधित करते हुये राहुल गांधी ने कहा कि मोदी ने बेरोजगारी और आर्थिक अवसरों की कमी से पैदा गुस्से को सांप्रदायिक नफरत में तब्दील कर भारत को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने खुद को छिछले और घृणा से भरे राजनीतिक विमर्श के पीछे छिपाकर रखना पसंद किया। हो सकता है कि लोगों के गुस्से के कारण मोदी सत्ता में आ गए हों, लेकिन इससे नौकरी पैदा नहीं हो सकती और न ही भारत के संस्थानों की समस्याएं दूर हो सकती हैं।
ट्विटर से किया मोदी पर वार
इससे पहले राहुल गांधी ने बुधवार की सुबह ही नोटबंदी की सालगिरह पर मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल ने नोटबंदी को एक त्रासदी बताते हुये ट्वीट किया। नोटबंदी एक त्रासदी है हम उन लाखों ईमानदार भारतीयों के साथ हैं, जिनका जीवन और जीविका पीएम के विचारहीन कदम से बर्बाद हो गया।
शायराना अंदाजा में किया वार
इसके साथ ही उन्होंने नोटबंदी के दौरान वायरल हुए एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया। उन्होंने लिखा,
‘‘एक आंसू भी हुकूमत के लिए खतरा है, तुमने देखा नहीं आंखों का समुंदर होना’’।
मोदी ने किया लोगों का शुक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने भी नोटबंदी की सालगिरह के मौके पर ट्वीट कर लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने काला ‘धन विरोध दिवस’ के हैशटैग के साथ बुधवार की सुबह ट्वीट किया, ‘‘काले धन और भ्रष्टाचार मिटाने के लिए सरकार की तरफ से उठाए गये सख्त कदमों का बढ़-चढ़कर समर्थन के लिए भारतवासियों को मैं नमन करता हूं।