वेबसाईट द वायर’ ने एक बार फिर से अमित शाह के बेटे जय शाह के बाद एनएसए के अध्यक्ष अजित डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल को लेकर अह्म खुलासा किया है। वेबसाईट ‘‘द वायर’’ ने दावा किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के पुत्र शौर्य की संस्था इंडिया फाउंडेशन के बोर्ड आॅफ डायरेक्टर की सूची में चार बड़े केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शौर्य डोभाल की संस्था को देशी-विदेशी कंपनियों से भी मदद मिलती है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मुद्दा बनाते हुये कहा कि वेबसाईट ‘‘ द वायर ’’ ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह के बाद एनएसए अध्यक्ष अजित डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल पर किया गया अह्््म खुलासा भाजपा की अगली पेशकश है। उन्होंने कहा कि शौर्य डोभाल की संस्था में केंद्र सरकार के चार-चार बडे़ केंद्रीय मंंित्रयों का बोर्ड आॅफ डायरेक्टर में शामिल होना किसी बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहें है। मालूम हो कि ‘‘द वायर’’ ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि शौर्य डोभाल की संस्था 2014 से पहले तक महज एक ऐसी संगठन थी जो केरल में कट्टरवादी इस्लाम और आदिवासियों के जबरन धर्म परिवर्तन जैसे मुद्दों पर कुछ ग्राफिक्स बनाता रहता था। यूं तो यह संगठन 2009 से काम कर रहा था, लेकिन 2014 के बाद से इसकी गतिविधियों में तेजी आई और इसने जबरदस्त तरक्की की। यह तरक्की देखकर आश्चर्य होना लाजिमी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आज ये संगठन देश का सबसे प्रभावशाली थिंक टैंक है, जो देशी-विदेशी उद्योगपतियों और कार्पोरेट घरानों को ऐसा मंच उपलब्ध कराता है जहां उद्योगपति केंद्रीय मंत्रियों और आला अफसरों से मिलते-जुलते हैं और सरकारी नीतियों की बारीकियों पर चर्चा करते हैं।
इंडिया फाउंडेशन के अपारदर्शी वित्तीय लेन, वरिष्ठ मंत्रियों का इस संगठन का डायरेक्टर होना कई तरह के सवाल खड़े करता है, क्योंकि संगठन के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर शौर्य डोवाल का खुद एक ऐसी वित्तीय संस्था जेमिनी फायनेंशियल सर्विसेस नाम की फर्म चलाते हैं, जिसका काम एशियाई और दूसरे देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच लेनदेन को अंजाम देना है। ऐसे में इससे हितों के टकराव और लाबिंग का मामला साफ नजर आता है। यह वही वादा है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से किया था कि सत्ता से गलियारों से वे दलालों की छुट्टी कर देंगे। यहां यह जानना लाजिमी है कि शौर्य डोवाल राजनीतिक रूप से बेहद प्रभावशाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के पुत्र हैं। और ये दिलचस्प ‘संयोग’ उस दावे को भी खारिज करता है जिसमे वंशवाद को खत्म करने की बातें कही गई थीं।
इंडिया फाउंडेशन जाहिर तौर पर शौर्य डोवाल और संघ से पार्टी में आए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव चलाते हैं। लेकिन इसके निदेशक मंडल में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु के अलावा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और विदेश राज्यमंत्री एम जे अकबर शामिल हैं। चार महत्वपूर्ण मंत्रियों, संघ परिवार से आए ताकतवर बीजेपी नेता और पीएमओ पर प्रभाव रखने वाले व्यक्ति का बिजनेस मैन बेटा जिस संस्था को चलाते हों, उससे उचित और ताकतवर थिंक टैंक और क्या हो सकता है।न्यूज रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ‘इंडियन फाउंडेशन’ को शौर्य डोवाल और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव चलाते हैं। साथ ही इसमें निदेशक मंडल में देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा शामिल हैं।
इसी एक खबर को देखते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर बीजेपी पर वार किया है। बीजेपी पर तंज कसते हुए आज सुबह राहुल ने ट्वीट किया, “शाह-जादा की ‘‘अपार सफलता’’ के बाद भाजपा की नई पेशकश – ’’अजित शौर्य गाथा”