नई दिल्ली- इस वर्ष देश में 1000 से ज्यादा स्टार्टअप्स शुरू हुए हैं। इसने दुनिया के तीसरे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत किया है। यह स्थिति ब्रिटेन और इजराइल जैसे देशों से मिल रही तेज प्रतिस्पर्धा के बीच देखने को मिली है। नैस्कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके साथ ही टेक्नोलॉजी स्टार्टअप की संख्या 5,200 हो जाती है।
रिपोर्ट के मुताबिक देश के भीतर हेल्थकेयर, फिनटेक, ईकॉमर्स और एग्रीगेटर जैसे बिजनेस टू बिजनेस स्टार्टअप में तेज प्रगति देखने को मिली है। इसमें आगे कहा गया है कि जहां एक ओर बेंगलुरू, दिल्ली और मुंबई ने प्रमुख स्टार्टअप हब के रूप में अपनी साख को बरकरार रखा है, वहीं दूसरी तरफ 20 फीसद स्टार्टअप टियर-II और टियर-III शहरों में शुरू हुए हैं। भारत दुनिया के उन देशों में शुमार हो गया है जहां स्टार्टअप्स तेजी से और ज्यादा संख्या में शुरू हो रहे हैं। ऐसे में हर प्रमुख ऐक्सेलरैटर (उत्प्रेरक), इन्वेस्टर और एंजल ग्रुप इस विकास की यात्रा का हिस्सा बनना चाहता है।
नैस्कॉम के चेयरमैन और क्वात्रो ग्लोबल सर्विस के सीईओ एवं एमडी रमन रॉय ने बताया, “आज भारत के इकोसिस्टम में नए नए विचारों की भरमार है और जिन्हें इस संर्दभ में नए चैनल और मार्गदशन, स्केलिंग और फंडिंग की दरकार है।” इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि बी2बी सेग्मेंट में करीब 40 फीसद स्टार्टअप्स की बात करें तो कुल टेक स्टार्टअप की हिस्सेदारी में से बी2बी की हिस्सेदारी सिर्फ 30 फीसद है।