नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद आशीष नेहरा बेबाक दिखे। उन्होंने विदाई से लेकर उनके करियर से जुड़े तमाम सवालों के जवाब खुले दिल से दिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या चयनकर्ताओं ने आपसे कहा था कि यह आपका आखिरी मैच होगा तो उन्होंने कहा कि न मैंने चयनकर्ताओं से पूछकर खेलना शुरू किया और न उनसे पूछकर संन्यास लिया। मैंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के समय विराट को बता दिया था कि मैं अब संन्यास लूंगा। उन्होंने कहा कि आप पूरी तरह से इसके लिए तैयार हो तो मैंने कहा हां।
‘भाग्यशाली रहा कि आखिरी मैच घरेलू मैदान पर खेला’
वह तो भाग्य से यह मैच दिल्ली में होना था। यह किसी ने तय नहीं किया। मैं शीर्ष पर रहते हुए संन्यास लेना चाहता था और वही किया। उन्होंने कहा कि मैं खुद को भाग्यशाली समझता हूं कि मुझे अपना आखिरी मैच घरेलू मैदान में खेलने को मिला। चार महीने बाद मेरे अंतरराष्ट्रीय करियर के 19 साल हो जाते, लेकिन मैं इतना लंबा खेला उस पर मुझे गर्व है। विराट चाहता था कि मैं आखिरी ओवर फेंकूं। यह काफी इमोशनल था। जब मैंने पहला ओवर फेंका था, वह मुझे याद है।
‘चार साल टीम से बाहर रहने की वजह से काफी सीखा’
मैं अपने आपको लकी समझता हूं कि मैंने इतना लंबा खेला। मैं हमेशा सकारात्मक रहता हूं। इंग्लैंड के खिलाफ छह विकेट लिए तो हम जीत गए, लेकिन इसके बाद जब छह विकेट लिए तो टीम हार गई, इसलिए जिसमें जीते वह छह विकेट ज्यादा अच्छे हैं। जब चार साल बाहर था तो यह मेरे लिए काफी कठिन था। मैंने काफी मेहनत की। मैंने सबकुछ देखा इसलिए मैं लोगों को बता सकता हूं कि क्या अच्छा है, क्या बुरा है। मेहनत खराब नहीं जाती। मैं भले ही जब शीर्ष पर था, तब नहीं चुना गया या नहीं खेल पाया, लेकिन मैंने हमेशा प्रशिक्षण जारी रखा और इसीलिए मुझे ऐसा फेयरवेल मिला।