नई दिल्ली, जेएनएन। कानपुर में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच खेले गए सीरीज़ के अंतिम मैच में टीम इंडिया ने 6 रन से जीत दर्ज कर सीरीज़ अपने नाम कर ली। इस मैच में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शतक ठोका तो जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाज़ी से जीत भारत की झोली में डाल दी। इस मैच में कई रिकॉर्ड्स भी बने।
रोहित शर्मा ने लगाई 15वीं वनडे सेंचुरी
रोहित ने कानपुर में अपने वनडे करियर का 15वां शतक जमाया। ये इस मैदान पर उनका लगातार दूसरा शतक रहा। इससे पहले 11 अक्टूबर 2015 को भी रोहित ने द. अफ्रीका के खिलाफ 150 रन की जबरदस्त पारी खेली थी। लेकिन इस बार वो 150 के आंकड़े को पार नहीं कर सके और 147 रन बनाकर आउट हो गए। इस शतक के साथ रोहित शर्मा इस मैदान पर एक से ज़्यादा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ भी बन गए।
सबसे ज्यादा बार 200 रन की साझेदारी
कोहली और रोहित ने अब सबसे अधिक बार 200 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। दोनों के बीच 200 या ज्यादा रनों की यह चौथी साझेदारी है। इसके पहले सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर तीन बार, गौतम गंभीर और कोहली तीन बार और श्रीलंका के उपुल थरंगा और महेला जयवर्धने तीन बार 200 रनों की साझेदारी निभा चुके हैं।
कोहली ने बनाए सबसे तेज़ 9000 रन
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अपने वनडे करियर के 9000 रन पूरे किए। कोहली ने करियर के 202वें वनडे मैच की 194वीं पारी खेलते हुए मैच के कोलिन डि ग्रैंडहोम द्वारा फेंके गए 37वें ओवर की अंतिम गेंद पर थर्ड मैन पर चौका जड़कर यह उपलब्धि हासिल की। इससे पहले मैच और पारी के हिसाब से सबसे तेज 9000 रन पूरे करने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के नाम था, जिन्होंने 214 मैचों की 205 पारियों में यह रिकॉर्ड बनाया था।
कोहली ने सबसे कम समय में किया ये कमाल
कोहली ने 9000 रन पूरे करने में नौ साल 72 दिन का समय लिया। वह सबसे कम समय में इस आंकड़े पर पहुंचने वाले बल्लेबाज भी बन गए। उनसे पहले 9000 रन सबसे कम समय में पूरे करने का रिकॉर्ड भारत के ही राहुल द्रविड़ के नाम था। द्रविड़ ने नौ साल 322 दिन की उम्र में यह मुकाम हासिल किया था।
विराट ने रिकी पोंटिंग को फिर से छोड़ा पीछे
कोहली ने कप्तान के रूप में वनडे में इस साल 1460 रन बनाए हैं। किसी कप्तान के द्वारा यह एक वर्ष में सर्वाधिक वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड है। इससे पहले 2007 में ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने बतौर कप्तान 1424 रन बनाए थे। इससे पहले मुंबई में शतक लगाने के बाद विराट कोहली ने रिकी पोंटिंग के 30 वनडे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था और कानपुर में शतक लगाने के बाद उन्होंने इस मामले में फिर से ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज को पछाड़ दिया।
कोहली ने द्रविड़ को भी छोड़ा पीछे
भारत के लिए सबसे ज़्यादा इंटरनेश्नल शतक जमाने में सचिन तेंदुलकर के बाद अब विराट कोहली का नाम आ गया है। इस लिस्ट में पहले सचिन के बाद राहुल द्रविड़ का नाम आता था, लेकिन कानपुर में सैंकड़ा जमाकर कोहली ने द्रविड़ को पीछे छोड़ दिया। भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के नाम भारत के लिए खेलते हुए 48 शतक थे और कोहली ने इस पारी में उन्हें पीछे छोड़ते हुए अपना 49वां इंटरनेशनल शतक जमा दिया। इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम सचिन तेंदुलकर का है और उनके नाम 100 इंटरनेशनल शतक का रिकॉर्ड है।
बुमराह के 50 विकेट
जसप्रीत बुमराह सबसे कम वनडे मैचों में 50 विकेट हासिल करने वाले भारत के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने अपना 28 वां वनडे मैच खेलकर यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। बुमराह से आगे अजित अगरकर का नाम हैं, जिन्होंने 23 मैचों में यह आंकड़ा छुआ था। बुमराह ने मुहम्मद शमी (29), इरफान पठान (31) और अमित मिश्र (32) को पीछे छोड़ा।
ग्रीनपार्क में सर्वाधिक रन
ग्रीनपार्क के पहले डे-नाइट वनडे मैच में इस मैदान का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर बना। टीम इंडिया ने 337 रन बनाए, जिसका पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने 331 रन बनाए। इसके पहले यहां 2015 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने 303 रन बनाए थे, जिसका पीछा करते हुए टीम इंडिया सात विकेट खोकर 298 रन ही बना पाई थी।
लगातार 7 वनडे सीरीज़ जीतने का रिकॉर्ड
कानपुर में मिली ये जीत टीम इंडिया के लिए इसलिए भी खास रही क्योंकि इस मैच के साथ भारत ने सीरीज़ भी जीत ली। इसी के साथ ये भारत की लगातार 7वीं वनडे सीरीज़ भी रही। इससे पहले कभी भी भारतीय टीम लगातार सात वनडे सीरीज़ नहीं जीत पाई थी। इससे पहले भारतीय टीम ने लगातार छह वनडे सीरीज़़ में दो बार जीत हासिल की थी। पहले राहुल द्रविड़ की कप्तानी मेंं जनवरी 2007 से अगस्त 2007 के बीच और इसके बाद महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में नवंबर 2007 से जून 2009 के बीच।
न्यूज़ीलैंड का फिर टूटा सपना
कानपुर में मिली 6 रन की हार के बाद एक बार फिर से कीवी टीम का भारतीय टीम को भारत में सीरीज़ हराने का सपना टूट गया। आपको बता दें कि न्यूज़ीलैंड की टीम भारत को खिलाफ भारत में आजतक कोई भी सीरीज़ नहीं जीत पाई है। मुंबई में खेले गए पहले मैच में टीम इंडिया को हराने के बादद कीवी टीम के पास अच्छा मौका था इस सपने को पूरा करने का, लेकिन कानपुर में मिली इस हार ने एक बार फिर से न्यूज़़ीलैंड के अरमानों पर पानी फेर दिया