नई दिल्ली- रीजनल कनेक्टिविटी से संबंधित स्कीम उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत सस्ती क्षेत्रीय उड़ानें भरने के लिए एयर डेक्कन और एयर ओडिशा को दिल्ली एयरपोर्ट पर दस स्लॉट मिले हैं। दोनों एयरलाइनों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के पहले चक्र की निविदाओं में छोटे शहरों को जोड़ने वाले कई रूट प्राप्त हुए थे। इनमें कई रूट दिल्ली से छोटे शहरों की उड़ानों के हैं। दोनों एयरलाइनों ने दिल्ली एयरपोर्ट पर कुल 16 स्लॉट का अनुरोध डायल से किया था।
सूत्रों के मुताबिक लंबी चर्चा के बाद डायल ने दस स्लॉट देने की हामी भरी है। डायल के प्रवक्ता ने भी इसकी पुष्टि की। इनमें से छह स्लॉट एयर डेक्कन को और चार एयर ओडिशा को प्राप्त होने की संभावना है। स्लॉट के तहत प्रत्येक एयरलाइन को एक रात के लिए अपने विमान पार्क करने की अनुमति होगी। चूंकि दोनों एयरलाइनों को वांछित संख्या में स्लॉट नहीं मिले हैं, लिहाजा वे दिल्ली से उतनी उड़ानें नहीं कर सकेंगी कि जितनी चाहती हैं।
इसके लिए उन्हें अन्य निकटवर्ती एयरपोर्ट या हवाई पट्टियों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। एक संभावना गाजियाबाद के ¨हडन एयरबेस से उड़ानें भरने की है। पिछले दिनों विमानन सचिव ने कहा था कि कि रीजनल कनेक्टिविटी वाली उड़ानों के लिए ¨हडन एयरबेस के इस्तेमाल पर वायुसेना ने सहमति दे दी है। मार्च में हुई आरसीएस की बिडिंग में पांच एयरलाइनों को 128 रूट आवंटित किए गए थे। इनमें एयर डेक्कन को सर्वाधिक 50 और एयर ओडिशा को 34 रूट मिले थे। इन रूटों पर उड़ानों के लिए दोनों एयरलाइनें 19 सीट वाले बीचक्राफ्ट बी-1900डी विमानों का इस्तेमाल करेंगी।