बिहार के गोपालगंज थाने के विश्रामपुर गांव के समीप स्थित पोखरे के किनारे बने छठ के प्रतीक चिन्ह की रंगाई करने गए दो बच्चों की हत्या कर पोखरे में फेंक दिया गया। बुधवार देर शाम को दोनों बच्चों के शव पोखरे से बरामद किया गया।
मृत बच्चों में विश्रामपुर कुम्भी टोला गांव के अवधेश पाण्डे का नौ वर्षीय पुत्र सुमित और उसका फुफेरा भाई यूपी के कुशीनगर जिले के भेलेया चंद्रवटा गांव के ओमप्रकाश मणि त्रिपाठी का दस वर्षीय पुत्र विनीत कुमार शामिल हैं।
बताया जाता है कि विनीत अपनी मां के साथ छठ मनाने मामा के घर आया हुआ था। बुधवार की दोपहर बाद दोनों बच्चे छठ का प्रतीक चिन्ह श्री सोप्ता की रंगाई करने गए थे। शाम तक जब दोनों बच्चे लौटकर नहीं आए तब परिजनों की बेचैनी बढ़ने लगी।
बाद में देर शाम को पोखरे से दोनों बच्चों का शव बरामद किया गया। शव को देखने पर पता चला कि सुमित का एक हाथ तथा विनीत का एक पैर टूटा हुआ था।वही सुमित का सर भी पीछे कटा था, जिससे खून निकला था।
बच्चों के कपड़े घाट के किनारे से बरामद किए गए। कपड़ों पर खून के धब्बे लगे हुए थे। परिजनों ने गांव के ही दो लोगों पर हत्या करने की आशंका जतायी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है