नई दिल्ली: 8 नवम्बर 2016 ये तारीख भला कोई कैसे भूल सकता है। यही वो तारीख है जिस दिन आधी रात को जब सबकी आँखों में नींद अपना सेज सजा रही थी केंद्र सरकार के एक फैसले ने देश की नींद उड़ा दी थी और एक नया इतिहास रच डाला था।
दरअसल इसी तारीख को सरकार ने 500 और 1000 के पुराने नोट जो उस समय तक प्रचलन में थे उन्हें बंद करने का फैसला सुनाया था। इस फैसले के बाद पुरे देश में जैसे हाहाकार मच गया था। लोगों की भरी तिजोरियां कुछ दिनों के लिए बे-मोल हो गई थीं। हालांकि धीरे-धीरे लोगों ने पुराने नोट बैंकों में जामा कर दिए और नए नोट ले लिए और अब सब कुछ सामान्य हो गया है। अब इस तारीख को मोदी सरकार ने ‘काला धन विरोधी दिवस’ के रूप में मनाने का एलान किया है।
कालेधन के खिलाफ सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों की चर्चा की करत हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि 8 नवंबर को बीजेपी देश भर में ‘काला धन विरोधी दिवस’ मनाएगी। जेटली के मुताबिक़ ‘काला धन विरोधी दिवस’ के दौरान बीजेपी के सभी नेता देशभर में भ्रमण करेंगे और सरकार की तरफ से कालेधन के खिलाफ उठाए हए कदम को जनता के बीच जाकर प्रचारित करेंगे। इस दौरान देश भर में कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इधर बीजेपी के ‘काला धन विरोधी दिवस’ के उलट कांग्रेस ने इस दिन ‘काला दिवस’ मनाने का एलान किया है। कांग्रेस ने कहा है कि 8 नम्बर 2016 को काले धन के नाम पर देश के साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है। इसलिए विपक्ष काला दिवस मनाएगा। इस दिन विपक्षी दल देश भर में अपने-अपने राज्यों में काला दिवस मनाएंगे और विरोध दर्ज करेंगे।
Written by:- Abhay Pandey