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नॉर्थ कोरिया ने कुछ देशों को खत लिखकर धमकी दी है कि अमेरिका परमाणु हमले वाले युद्ध का माहौल बना रहा है। ऑस्ट्रेलिया के मंत्रालय ने ऐसे खत मिलने की बात स्वीकार की है। इससे पहले नॉर्थ कोरिया की ओर से भेजे गए खत को मीडिया ने पब्लिश कर दिया था। इस खत को इंडोनेशिया में मौजूद नॉर्थ कोरिया की एम्बैसी के जरिए भेजा गया है। इस पर 3 अक्टूबर को रिसीव करने का डेट लिखा हुआ है।
खत में कहा गया है कि अगर ट्रंप को लगता है कि न्यूक्लियर पावर वाले देश नॉर्थ कोरिया को वे घुटने के बल खड़े कर देंगे तो वे बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। हालांकि, इससे पहले भी नॉर्थ कोरिया की ओर से यह कहा गया था कि अमेरिका युद्ध की शुरुआत कर रहा है। लेकिन अमेरिका ने इसके बाद इन आरोपों को खारिज कर दिया था। उत्तर कोरिया की ओर से बार बार युद्ध की धमकी दिए जाने के बाद कई देश चिंतित हैं। ऐसी रिपोर्ट भी आई थी जिसमें कहा गया था कि अमेरिका, साउथ कोरिया और जापान पूरी प्रतिबद्धता से न्यूक्लियर अटैक की धमकी का तोड़ निकालने की कोशिश कर रहे हैं।इससे पहले एक दस्तावेज सामने आया था, जिसमें खुलासा हुआ था कि संयुक्त राष्ट्र में नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि जो भी देश नॉर्थ कोरिया के ऊपर कार्रवाई करने में अमेरिका का साथ देंगे, उसे नॉर्थ कोरिया की ओर से टार्गेट किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में नॉर्थ कोरिया के डिप्टी एम्बेसडर किम इन रयोंग के दस्तावेज में इस बात का खुलासा हुआ था। यह दस्तावेज यूएन जनरल असेंबली की एक कमेटी की ओर से परमाणु हथियारों को लेकर किए गए डिस्कशन में शामिल किया गया था। इसमें कहा गया था- “जब तक अमेरिकी मिलिट्री एक्शन में कोई देश शामिल नहीं होता है, तब तक उसके ऊपर परमाणु हमला नहीं किया जाएगा।”नॉर्थ कोरिया की ओर से चेतावनी दी गई है कि अगर अमेरिका नॉर्थ कोरिया के क्षेत्र में एक इंच भी दखल देता है, तो नॉर्थ कोरिया के पास यह शक्ति है कि वह अमेरिका को सीधे निशाना बना सकता है। पिछले छह महीनों में नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं और ऐसे किसी भी वक्त जंग छिड़ने की आशंका लगातार बनी हुई है। इसी साल मई में किम जोंग उन ने जापान को चेतावनी दी थी कि परमाणु हमले से वे जापान को केक के टुकड़ों की तरह काट देंगे। इसके बाद जुलाई में नॉर्थ कोरिया ने ब्लैस्टिक मिसाइल का टेस्ट किया था।