नई दिल्ली- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने सदस्यों को अपने यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) को ‘आधार’ से लिंक करने की ऑनलाइन सुविधा शुरू की है। इस सुविधा के लॉन्च के दौरान ईपीएफओ ने बताया कि इसके जरिए सदस्यों को बेहतर और तेज सेवाएं मिलेंगी। यूएएन को आधार या यूआईडी (यूनिक आइडेंटिटी नंबर) से लिंक करने के बाद ईपीआफओ सदस्य ऑनलाइन ईपीएफओ सेवाएं जो आधार से जुड़ी हुईं है, का लाभ उठा सकते हैं।
समझिए स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस-
- सबसे पहले ईपीएफओ की वेबसाइट epfindia.gov.in पर जाएं।
- इसके बाद वेबसाइट पर ऑनलाइन सर्विसेज पर क्लिक करें।
- यहां ई-केवाइसी पोर्टल के ऑप्शन पर जाएं।
- इसके बाद लिंक यूएएन आधार पर क्लिक कर दें।
बयान में बताया गया है कि इस सुविधा के इस्तेमाल से ईपीएफओ सदस्य अपने यूएएन को आधार से ऑनलाइन जोड़ सकते हैं। इसके लिए सदस्य को अपना यूएएन देना होगा। यूएएन के साथ जुड़े सदस्य के मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेजा जाएगा।
इसके बाद सदस्यों को अपना आधार नंबर देना होगा। इसके बाद एक और ओटीपी आधार से जुड़े मोबाइल नंबर या ई-मेल पर भेजा जाएगा। इस ओटीपी के वेरीफिकेशन के बाद यदि यूएएन का विवरण आधार के विवरण के साथ मेल खाता है तो सदस्य का यूएएन उसके आधार नंबर के साथ लिंक हो जाएगा। आधार से जुड़ जाने के बाद सदस्य आधार से जुड़ी आनलाइन ईपीएफओ सेवाओं का फायदा उठा पाएंगे।
ईपीएफओ से जुड़ी अहम जानकारी
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के तहत कंपनी और कर्मचारी बेसिक सैलरी के 12 फीसद का योगदान करता है। कर्मचारी के 12 फीसद हिस्सा ईपीएफ में जाता है, जबकि कंपनी के 12 फीसद हिस्से में से 8.33 फीसद हिस्सा ईपीएस या पेंशन स्कीम में जाता है। जबकि शेष 3.67 फीसद ईपीएफ में निवेश किया जाता है।
साथ ही इसके ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स घर खरीदने या निर्माण, घर के लिए रिपेमेंट, किसी बीमारी के इलाज, उच्च शिक्षा, शादी आदि के जरूरत के समय राशि की निकासी कर सकते हैं।