देश का वाहन उद्योग एक तरह से स्कूटर और मोटरसाइकिल के बलबूते दौड़ रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एक करोड़ 27 लाख 51 हजार की कुल वाहन बिक्री में एक करोड़ पांच लाख से अधिक केवल दुपहिया वाहन बिके हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार इस साल अप्रैल से सितंबर में कुल एक करोड़ पांच लाख सात हजार दुपहिया वाहन बेचे गये।
पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में यह संख्या 10.14 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, इस दौरान बस, ट्रक, कार व स्कूटर, मोटरसाइकिल सहित कुल वाहन बिक्री एक करोड़ 27 लाख 51 हजार 143 रही। ऐसे में कुल वाहन बिक्री में दुपहिया वाहनों का हिस्सा लगभग 82.40 प्रतिशत रहा।
घरेलू बाजार में इन छह माह में कुल वाहन बिक्री में 10 लाख से अधिक पैसेंजर कारों की बिक्री हुई। देश में पैसेंजर कारों की बिक्री अप्रैल-सितंबर के दौरान 6.63% बढ़कर 10,94,553 इकाई रही। इस दौरान दुपहिया, तिपहिया को छोड़कर सभी तरह के कुल 16 लाख 30 हजार 945 यात्री वाहन बेचे गये। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार बीते छह महीने में घरेलू बाजार में 65,08,952 मोटरसाइकिलें बिकीं। यानी हर महीने औसतन साढ़े सत्रह लाख से भी अधिक मोटरसाइकिल-बाइक बिके। वहीं इस दौरान स्कूटरास्कूट्रेट की बिक्री 17.26 प्रतिशत बढ़कर 35,77,421 इकाई रही।
हालांकि इसी खंड में मोपेड की बिक्री इस दौरान 5.63 प्रतिशत घटकर 4.20 लाख के करीब रह गई। इंडस्ट्री सूत्रों का कहना है कि विशेषकर ग्रामीण इलाकों में दुपहिया वाहनों की भारी मांग है, वहीं भीड़ भाड़ वाले शहरी इलाकों में दुपहिया वाहनों को बेहतर यातायात माध्यम माना जाता है।
सियाम के आकंड़ों के अनुसार सितंबर महीने में ही देश में 9.05 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 20,41,024 दुपहिया वाहन बिके। सियाम के पदाधिकारियों का कहना है कि अन्य के साथ साथ इस खंड की बिक्री के लिए त्योहारी मौसम बहुत महत्वपूर्ण है जो कि नवरात्रों से शुरू होकर दीपावली तक चलता है। दुपहिया वाहन खंड में हीरो मोटोकार्प पहले नंबर पर है जिसने सितंबर में 6,14,949 वाहन बेचे। इसके अलावा बजाज, टीवीएस और होंडा के दुपहिया वाहनों की भी अच्छी बिक्री रही।