सियोल, रायटर : उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण स्थल के नजदीक हाल के दिनों में भूकंप के लगातार झटके और भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आई हैं। शुक्रवार को भी क्षेत्र में 2.7 की तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया।भूकंप के ताजा झटके से यह आशंका बढ़ गई है कि तीन सितंबर को उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण से इलाके के भूगर्भीय स्थिति को भारी नुकसान हुआ है। इससे गहराई में मौजूद प्लेट्स क्षतिग्रस्त हुई हैं और जब वे खुद को व्यवस्थित कर रही हैं तब भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं या भूस्खलन हो रहा है।
तीन सितंबर को उत्तर कोरिया ने जो परमाणु परीक्षण किया था उससे इलाके में 6.3 तीव्रता का भूकंप का झटका लगा था। उत्तर कोरिया ने दावा किया था कि उसने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया, जो परमाणु बम की तुलना में सौ गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है। इस भूमिगत विस्फोट की ताकत को लेकर भी कई अनुमान सामने आ चुके हैं। इसे 60 किलोटन की क्षमता का भी माना गया है, जो जापान पर गिराए गए परमाणु बमों से 20 गुना ज्यादा शक्तिशाली था।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह विस्फोट दुनिया में हुआ सबसे शक्तिशाली कृत्रिम विस्फोट था। इसी के चलते उत्तर कोरिया के पुंगे-री परीक्षण स्थल की जमीन को भारी नुकसान हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार यह जमीन अब और परमाणु परीक्षण के लायक नहीं बची है।