नई दिल्ली- युवा खिलाड़ी हार्दिक पांड्या ने अपने प्रदर्शन के दम पर खुद को टीम इंडिया का अभिन्न अंग बना लिया है। ये साल हार्दिक पांड्या के लिए अभी तक काफी अच्छा रहा है। उन्हें टेस्ट में इसी साल श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने का मौका मिला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ में वो मैन ऑफ द सीरीज़ रहे। आज हार्दिक पांड्या का जन्मदिन है। पांड्या का जन्म 11 अक्टूबर 1993 को गुजरात में हुआ था।
आसान नहीं था पांड्या का सफर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पांड्या के परिवार के आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। 2015 में मुंबई इंडियंस के उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के बाद उनके परिवार के हालात सुधर गए हैं। हार्दिक और उनके बड़े भाई क्रुणाल पांड्या के क्रिकेट के लिए उनका परिवार सूरत से बड़ौदा तक शिफ्ट हो गया था।
नौवीं कक्षा में हो गए थे फेल
स्कूल के दिनों में हार्दिक पांड्या नौवीं क्लास की परीक्षा में फेल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने पूरी तरह से क्रिकेट पर फोकस करने के लिए पढ़ाई छोड़ दी थी।
किरन मोरे ने नहीं ली फीस
टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर किरन मोरे ने हार्दिक पांड्या और उनके भाई क्रुणाल पांड्या को क्रिकेट के गुर सिखाने के लिए पहले तीन साल तक कोई फीस नहीं ली थी। आपको बता दें कि दोनों पांड्या भाई बड़ौदा में किरन मोरे की अकेडमी में क्रिकेट सीखने के लिए जाते थे।
लेग स्पिनर से ऐसे बने मीडियम पेसर
शुरुआत में हार्दिक पांड्या लेग स्पिन गेंदबाज़ी करते थे, लेकिन बाद में वो एक मीडियम पेसर बन गए और इसका श्रेय भी पांड्या के कोच किरन मोरे को ही जाता है।
इस खिलाड़ी से बैट लेकर खेले विजय हज़ारे ट्रॉफी
घरेलू क्रिकेट के शुरुआती दिनों में हार्दिक पांड्या के पास अपना खुद का बल्ला भी नहीं था। उन्होंने 2014 में विजय हज़ारे ट्रॉफी के दौरान इरफान पठान से उनका बैट मांगा और पठान ने इस युवा खिलाड़ी की मदद अपना बैट दे कर की थी।
जॉन राइट की पारखी नज़र
पांड्या के पहले लिस्ट-ए सीज़न के दौरान मुंबई इंडियंस के तत्कालीन कोच जॉन राइट की नज़र हार्दिक पर पड़ी। राइट ने पांड्या को बाद में ट्रायल के लिए बुलाया और ट्रायल के तुंरत बाद ही हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस ने बेस प्राइज पर आइपीएल 2015 के लिए अपनी टीम में शामिल कर लिया। इसके बाद तो पांड्या ने अपने खेल से सभी को अपना मुरीद बना लिया। पांड्या अपने शानदार प्रदर्शन के चलते सेलेक्टर्स की नजरों में आए और फिर उन्हें 2016 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली टीम इंडिया का हिस्सा बनाया गया।
हार्दिक पांड्या के नाम दर्ज़ है ये शर्मनाक रिकॉर्ड
26 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मैच में हार्दिक पांड्या को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। एडिलेड में खेले गए इस मुकाबले में धौनी ने उन्हें 8वां ओवर फेंकने के लिए गेंद थमाई। इस ओवर में पांड्या ने 11 गेंदें फेंकीं क्योंकि उन्होंने पांच वाइड गेंदे फेंकी थीं। पांड्या ने इस ओवर में 19 रन दिए जो कि अपने डेब्यू टी-20 मैच के पहले ओवर में किसी भी गेंदबाज़ द्वारा सबसे ज़्यादा रन लुटाने का रिकॉर्ड है। हालांकि इसके बाद पांड्या को दो बार और गेंद थमाई गई और उन्होंने दो विकेट भी अपने नाम किए।