नई दिल्ली (जेएनएन)। लागत से जुड़ी चिंताएं उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक हैं जो कि एयर इंडिया की वित्तीय स्थितियों को सुधार सकती हैं। ऐसे में कर्मचारियों को सुनिश्चित करना होगा कि एयर इंडिया के बेहतर भविष्य के लिए एक भी पैसा बर्बाद नहीं किया जाए। यह बात एयरलाइन चीफ राजीव बंसल ने कही है।
आपको बता दें कि बंसल ने इसी साल अगस्त महीने में एयरलाइन के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक का पद संभाला है। कर्मचारियों को भेजे गए संदेश में उन्होंने कहा है कि सुरक्षा और गुणवत्ता से समझौता किए बिना उन्हें फिजूलखर्ची रोकने और किफायती तरीके से काम करना चाहिए।
बंसल ने कहा कि वित्तीय सेहत सुधारने के लिए एयरलाइन की लागत को लेकर जागरूकता फैलाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जहां हमें अपनी सेवाओं, उड़ान में कैटरिंग सेवा या मनोरंजन, विमान के केबिन, लाउंज और कार्यालयों के माहौल में सुधार लाना चाहिए वहीं यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि एक भी पैसे की बर्बादी न होने पाए।सराकारी विमानन कंपनी में करीब 21,000 कर्मचारी हैं जो कि पेरोल पर हैं। कर्मचारियों को भेजे गए अपने संदेश में बंसल ने लिखा, “हमें सभी बचाए जा सकने वाले और बेकार के खर्चों को छोड़ना होगा और कार्य व्यवहार में कम खर्च की आदत को अपनाना होगा। हालांकि, ऐसा करते समय सुरक्षा और गुणवत्ता के समझौता नहीं होना चाहिए।”
गौरतलब है कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते वित्त वर्ष एयर इंडिया का शुद्ध घाटा कम होकर 3,643 करोड़ रुपए के स्तर पर आ गया है और वहीं कंपनी का परिचालन लाभ बढ़कर 300 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गया है।