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स्‍मृति ईरानी ने दिलाया भरोसा, ‘पद्मावती’ की रिलीज में नहीं आएगी कोई परेशानी

नई दिल्‍ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने यह विश्‍वास दिला दिया है कि ‘पद्मावती’ के रिलीज को लेकर कोई राजस्‍थान में कोई समस्‍या न आए, सरकार इसका ध्‍यान रखेगी। बता दें कि ‘पद्मावती’ के रिलीज को लेकर राजस्‍थान की राजपूत करणी सेना ने पहले ही धमकी दी है। इसके अलावा उन्‍होंने सेंसर बोर्ड पर बात करते हुए कहा कि सरकार का मानना है कि सेंसर बोर्ड जैसी एजेंसी कानून के तहत मददगार है। स्मृति ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी के बारे में कभी नहीं बोला क्योंकि उन्होंने चाहे जिस तरह की भी फिल्में बनाईं हों, वह फिल्म उद्योग के वरिष्ठ सदस्य हैं। सरकार ने हाल में निहालनी को हटाकर गीतकार प्रसून जोशी को सेंसर बोर्ड का प्रमुख बनाया है।

भारतीय आर्थिक शिखर सम्मेलन में फिल्मकार करण जौहर ने स्मृति ईरानी से पूछा कि “फिल्म ‘पद्मावती’ जल्द ही रिलीज होने को है, लेकिन इस फिल्म के रिलीज हो लेकर राजस्थान में थोड़ी समस्‍याएं हैं। ऐसे में क्या आप को लगता है कि कोई रास्ता है जिससे फिल्ममेकर सुरक्षित महसूस कर सके?’ इस पर उन्‍होंने जवाब देते हुए कहा, ‘ये मेरे लिए दुर्भाग्य की बात है कि मुझे संजय लीला भंसाली जैसे क्रिएटर के साथ काम करने का मौका नहीं मिला। लेकिन मैं इस बात पर यकीन दिलाती हूं कि फिल्म रिलीज के समय कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में होगा। साथ ही, राज्य सरकार इस बात का ख्याल रखेगी कि ऐसे कोई भी शरारती तत्व मौजूद न हो जो किसी भी प्रकार के इंटरेक्शन और डिस्प्ले में बाधा डाले। मैं ये भी कहूंगी कि हमारे पास मीडिया बहुत ही चौकस है। इसलिए इस बात से संतुष्ट रहे कि हमारे लोकतंत्र के सभी स्तंभ सही तरह से काम कर रहे हैं। सभी लोग व्यक्तिगत और निर्देशक के तौर पर आपके हक को सुरक्षित रखने में जुटे हुए हैं।’

इसके अलावा करण ने उनसे पूछा, ‘हमारा एक अघोषित नियम है कि उनका काम चाहे जो कुछ भी हो, हमने हमेशा लोगों को सम्मान दिया है जो वरिष्ठ हैं या हमसे बड़े है।’  सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा, ‘मैंने श्री निहलानी के बारे में कभी भी सार्वजनिक तौर पर बात नहीं की और मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह वरिष्ठ हैं भले ही उन्होंने कैसी भी फिल्में बनाई हों।’

उन्होंने कहा, ‘सिर्फ मुद्दा यह है कि सरकार का मानना है कि एजेंसी (सीबीएफसी) को कानून के दायरे में मददगार होना चाहिए और हम सब ऐसा चाहते हैं।’ वहीं स्मृति ने आज प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की वेबसाइट के “नए डिजाइन और रीलांच की समीक्षा” बैठक की अध्यक्षता की. वेबसाइट सरकारी प्रेस विज्ञप्तियों और लोगों अन्य जानकारियां मुहैया कराती है।

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