वायुसेना प्रमुख बी एस धनोवा ने गुरुवार को कहा कि भारतीय वायुसेना चीन का मुकाबला करने में सक्षम है और दो मोर्चों पर युद्ध की स्थित का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि जरूरत पढ़ने पर हम कम समय के नोटिस पर जंग करने के लिए तैयार हैं। वायुसेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल ने कहा कि उनका बल पूर्ण विस्तार वाले अभियान के लिए तैयार है हालांकि उन्होंने साफ किया कि वायुसेना को शामिल करते हुये सर्जिकल स्ट्राइक पर कोई भी फैसला सरकार को लेना है। उन्होंने कहा कि चुंबी वैली में अभी भी चीन की सेना मौजूद है लेकिन जब उनकी अभ्यास खत्म हो जाएगा तो वो वापस चले जाएंगे।
उन्होंने कहा, हम किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिये तैयार हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वायुसेना दो मोर्चों पर युद्ध की चुनौती के लिए तैयार है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पिछले महीने कहा था कि देश को दो मोर्चों पर युद्ध के लिये तैयार रहना चाहिये। उन्होंने जोर देकर कहा कि चीन ने अपनी ताकत का प्रदर्शन शुरू कर दिया है जबकि पाकिस्तान की तरफ से भी शांति की कोई गुंजाइश नहीं है जिसका सैन्य और राजनीतिक नेतत्व भारत में एक विरोधी को देखता है।
पाकिस्तान पर पूछे गए सवाल पर धनोआ ने कहा कि हमारे पास ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से पाक के न्यूक्लियर हथियारों की जगह के बारे में पता लगाया जा सकता है और उन्हें तबाह किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसमें हमें थल और नौसेना की मदद भी मिलेगी। वायु सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वायुसेना 2032 तक अपनी 42 फाइटर स्क्वाड्रन की क्षमता हासिल कर लेगी।