नई दिल्ली: धोनी से लेकर विराट तक स्टार बन चुके इंडियन क्रिकेटर्स की लाइफ में उनके असली टीचर रहे हैं उनके पहले कोच। इन्हीं खेल गुरुओं की वजह से आज भारतीय क्रिकेट के ये सितारे पूरी दुनिया में चमक रहे हैं। वर्ल्ड टीचर्स डे के मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं क्रिकेटर्स के पहले टीचर्स के बारे में जिनकी वजह से ये खिलाड़ी स्टार बने।
धोनी के कोच थे राजन बनर्जी
987 में रांची के जवाहर विद्या मंदिर स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर के रूप में केशव राजन बनर्जी जुड़े। केशव बनर्जी को धोनी का पहला गुरू कहा जाता है। वे 6-12 क्लास तक के बच्चों को फुटबॉल, बास्केटबॉल और क्रिकेट की कोचिंग देते थे। वैसे, केशव मुख्य रूप से फुटबॉल के ही कोच थे। यहां धोनी पढ़ाई करने के लिए आए और बस यहीं से शुरू हुई धोनी की स्पोर्ट्स जर्नी।
केशव के अनुसार, धोनी की पहली पसंद क्रिकेट नहीं, बल्कि फुटबॉल और बैडमिंटन है। वह बचपन में इन्हीं दो खेलों में जिया करते थे। हालांकि, यह अलग बात है कि धोनी ने फुटबॉल और बैडमिंटन नहीं, क्रिकेट में करियर बनाया। इसके बाद धोनी को चंचल भट्टाचार्य ने कोचिंग दी।
कोहली के कोच थे राजकुमार शर्माभारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली के पहले कोच हैं राजकुमार शर्मा। विराट कोहली ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तो राजकुमार शर्मा उनके पहले कोच थे। राजकुमार ने उनको क्रिकेट की बारीकी सिखाई। आपको बता दें कि राजकुमार खुद 1989 में रणजी ट्रॉफी विजेता टीम के सदस्य रह चुके ह
रोहित के कोच रहे दिनेश लाड
रोहित शर्मा बचपन से ही क्रिकेटर बनना चाहते थे। 1999 में अपने अंकल के पैसों से रोहित शर्मा ने क्रिकेट कैम्प ज्वाइन किया, जहां उनकी मुलाकात दिनेश लाड से हुई, जो उनके क्रिकेट कोच बन गए।
अजिंक्य रहाणे के कोच रहे प्रवीण आमरे
अजिंक्य रहाणे का परिवार चाहता था कि वो दुनिया के सबसे बेहतरीन क्रिकेटर बनें। इसके लिए उनके परिवार ने कोच की खोज शुरू कर दी। फिर अजिंक्य रहाणे को प्रवीण आमरे ने कोचिंग दी। बता दें, प्रवीण आमरे सचिन तेंदुलकर के साथ खेल चुके हैं और दोनों के कोच रमाकांच आचरेकर रहे हैं।
रवींद्र जडेजा के कोच रहे देबू मित्रा
रवींद्र जडेजा के कोच देबू मित्रा हैं। जो सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के भी कोच हैं। उन्होंने ही रवींद्र जडेजा को ऑलराउंडर बनाया है। बता दें, देबू बंगाल
क्रिकेट टीम के सदस्य भी रह चुके हैं।