नई दिल्ली: आज से ठीक 21 साल पहले क्रिकेट के मैदान पर एक ऐसा शतक बना था. जब लोग टी20 क्रिकेट के बारे में सोच भी नहीं सकते थे। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को दुनिया के सबसे धुआंधार बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता रहा है। उन्होंने ठीक 4 अक्टूबर 1996 को महज़ 37 गेंदों में शतक जमाकर क्रिकेट की परिभाषा बदल डाली थी।
आज ही के दिन अपने वनडे करियर का दूसरा मैच खेल रहे शाहिद अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ नैरोबी में सिर्फ 37 गेंदों में शतक जमाया क्रिकेट जगत में अपने आगमन का संकेत दे दिया। शाहिद अफरीदी के सबसे तेज़ शतक को टूटने में पूरे 17 साल लगे।
शाहिद अफरीदी की उस रिकॉर्ड पारी की एक खास बात ये भी थी कि अपने अंतराष्ट्रीय करियर की पहली पारी में उन्होंने ऐसा विस्फोटक शतक जमा डाला जो बरसों तक याद किया गया। अपनी इस पारी को रिकॉर्ड पारी बनाने के लिए उन्होंने श्रीलंकाई दिग्गज सनत जयासूर्या के सबसे तेज़ शतक के रिकॉर्ड को तोड़ा था। अफरीदी से पहले सबसे तेज़ सेंचुरी का रिकॉर्ड सनथ जयसूर्या के नाम था। उन्होंने 48 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया था। अपनी इस शतकीय पारी में शाहिद अफरीदी ने कुल 40 गेंदों में 102 रन की पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 06 चौके और 11 छक्के भी जड़े। इस पारी में अफरीदी ने 255.00 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे।
अफरीदी की इस आतिशी, यादगार पारी के 17 साल बाद न्यूज़ीलैंड के स्टार कोरी एंडरसन ने तोड़ा। एंडरसन ने साल 2014 के पहले दिन ही वेस्टइंडीज़ के खिलाफ महज़ 36 गेंदों में शतक जमाकर अफरीदी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। उस मुकाबले में एंडरसन ने सिर्फ 47 गेंदों पर 131 रन की पारी खेलकर अपना लोहा मनवाया। इस दौरान उन्होंने 6 चौके और 14 छक्के भी लगाए। हालांकि इसके बाद कोरी एंडरसन का रिकॉर्ड टूटने में महज़ एक साल का वक्त लगा। डिविलियर्स ने साल 2015 में सिर्फ 31 गेंदों पर शतक जमाकर एंडरसन के रिकॉर्ड को धराशाई कर दिया। डिविलियर्स ने 149 रन पर आउट होने से पहले 44 गेंदों का सामना करते हुए 09 चौकों और 16 छक्के लगाए।