पटना : बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार के मुखिया राजद सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को दस सर्कुलर रोड पर पार्टी के विधायकों और जिलाध्यक्षों की आपात बैठक बुलायी। दोपहर 12 बजे शुरू हुई बैठक साढ़े तीन बजे खत्म हो गयी। बैठक में पार्टी की रणनीति के अलावा, विभिन्न मुद्दों को लेकर पार्टी के स्टैंड पर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक बैठक में सभी विधायकों और जिलाध्यक्षों ने भाग लिया। राबड़ी देवी के इस बैठक के कई महत्वपूर्ण मायने निकाले जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक राबड़ी देवी ने बैठक उस समय बुलाया है, जब तेजस्वी यादव दिल्ली में हैं। बैठक की अध्यक्षता स्वयं राबड़ी देवी ने की। बैठक शुरू होने के साथ ही पार्टी की वर्तमान हालत पर चर्चा हुई और पार्टी के स्टैंड पर विचार विमर्श किया गया। सूत्रों की मानें तो बैठक का महत्वपूर्ण हिस्सा पार्टी के सांगठनिक चुनाव को लेकर रहा।
बैठक के बाद जो बात पार्टी सूत्रों के हवाले से पता चली है, उसके मुताबिक राबड़ी देवी की अध्यक्षता में यह फैसला लिया गया कि पार्टी के राष्ट्रीय परिषद की बैठक को 20 नवंबर को आयोजित किया जायेगा। इसी दिन को पार्टी का खुला अधिवेशन भी आयोजित होगा, जिसमें पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अपनी बात रख सकेंगे। साथ ही राज्य की ज्वलंत समस्याओं को लेकर पार्टी अपना स्टैंड किस प्रकार जनता के सामने पेश करेगी, इस बात पर भी चर्चा हुई। आगामी 20 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई। 20 नवंबर को आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के दौरान ही संगठन का चुनाव संपन्न होगा और राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जायेगा।
बैठक में लालू यादव और तेजस्वी यादव उपस्थित नहीं थे। राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि राज्य की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा को लेकर यह बैठक बुलायी गयी है, लेकिन पार्टी के सूत्रों की मानें तो यह पार्टी की आगामी रणनीति पर चर्चा के साथ संगठन के अंदर चुनाव को लेकर बैठक बुलायी गयी थी। बैठक में 2019 में होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर पार्टी की रणनीति और केंद्र सरकार के साथ बिहार की नीतीश सरकार को घेरने के मुद्दों पर भी चर्चा हुई।