मोतिहारी/ संवाददाता।
शहर के श्रीकृष्णनगर मोहल्ला से अगवा रघुनाथपुर के हार्डवेयर व्यवसायी अरविंद ठाकुर के पुत्र छात्र पवन कुमार को पुलिस ने बुधवार को शहर के छतौनी थानाक्षेत्र के हवाई अड्डा चौक के पास से बेहोशी की हालत में बरामद कर लिया है। पवन की चिकित्सा सदर अस्पताल में कराई गई है। सूत्रों के अनुसार युवक की रिहाई के लिए बीस लाख की फिरौती ली गई है। राशि जेल में बंद एक बदमाश ने ली है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि अबतक फिरौती दिए जाने का प्रमाण नहीं मिल सका है।
पुलिस फिरौती की बात को संदिग्ध मान रही है। पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा ने युवक व उसके परिजनों से पूरी घटना के बारे विस्तार से जानकारी ली है। इस दौरान सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस टीम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मामा के घर से लौटने के दौरान ओवरब्रिज से उठाया बदमाशों ने बता दें कि रविवार की सुबह पवन अपनी मां को लेकर रघुनाथपुर स्थित अपने आवास से लेकर श्रीकृष्णनगर मोहल्ला स्थित अपने मामा के घर गया था। वहां से लौटने के क्रम में उसका अपहरण कर लिया गया था।
युवक के फोन से ही एसएमएस कर 20 लाख की फिरौती मांगी गई थी। युवक ने पुलिस को बताया है कि मामा के घर से लौटने के दौरान ओवरब्रिज पर स्कार्पियो सवार बदमाशों ने उसकी बाइक में धक्का दिया और जब वह गिर गया तो उसे अगवा कर लिया। युवक की बाइक अभी नहीं मिली है। पुलिस बाइक की खोज कर रही है। फिरौती के लिए लगातार बदले गए स्थान पुलिस द्वारा की गई पड़ताल में यह बात सामने आई है कि अपहरण की इस घटना में युवक के सेलफोन से ही मैसेज आ रहा था।
कभी बदमाश फिरौती की राशि लेकर परिजनों को एलएनडी कालेज, कभी हवाई अड्डा तो कभी उगम पांडेय कालेज के पास बुलाया। परिजन पैसे लेकर उन जगहों पर गए भी लेकिन कोई वहां नहीं आया। पवन की चाची मीरा देवी ने बताया कि फोन पर उन्हें सूचना मिली थी कि उनका भतीजा बेहोशी की हालत में हवाई अड्डा के पास पड़ा है। फिर परिजनों को जानकारी हुई।
इस अपहरण में मांगा जा रहा था बिग क्वाइंस का पासवर्ड अपहरण के इस मामले ने पुलिस जांच की दिशा को कई एंगिल दिए हैं। ऐसे में पुलिस इस मामले को संदिग्ध नजर से देख रही है। बताया गया है कि पवन के खाते में करीब आठ लाख रुपये उसके पिता ने जमा कराए थे। उस रुपये से उसने बिग क्वाइंस खरीदा और सारे रुपये खर्च कर लिए। इस बीच अपहरण की जब घटना हुई तो वह अपने परिजनों से बिग क्वाइंस का पासवर्ड मांगने लगा। फिर मैसेज भेजकर युवक के खाते में ही फिरौती की राशि मांगी गई।
ऐसे में पुलिस के सामने सवाल यह खड़ा हो गया है कि कैसे अपहर्ता खाते में राशि मांग सकते हैं और उन्हें शेयर बाजार की तरह बिकने वाले बिग क्वाइंस के पासवर्ड की क्या जरूरत थी। पुलिस इन तमाम तथ्यों को केंद्र में रखकर अपहरण की इस घटना को संदिग्ध मानते हुए जांच कर रही है। युवक के पिता से संपर्क नहीं होने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है। पुलिस ने युवक को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मामले में कई तथ्य सामने आए हैं। पुलिस मामले में की जांच च्बदुवार कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। फिलहाल युवक मिल गया है। उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। घटना व परिस्थितियां दोनों ही संदिग्ध हैं। जांच के बाद वस्तु स्थिति साफ होगी।