लश्कर-ए-तैयबा का मतलब होता है अच्छाई की सेना। लेकिन इसके बैनर तले आतंकवाद का पाठ पढ़ाया जाता है। इसके झंडे के नीचे बेगुनाहों का खून बहाने की ट्रेनिंग दी जाती है। पाकिस्तान में नफरत की क्यारी में इस तरह के फूल लगाए गए जो न केवल भारत को अस्थिर कर रहा है, बल्कि पाकिस्तान भी अब उनसे परेशान है। वैसे तो पाकिस्तान के हुक्मरान कभी इस बात को स्वीकार नहीं करते हैं कि उसकी जमीन में आतंक की पौध बोयी गई थी। लेकिन पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि लश्कर का मुखिया हाफिज सईद अब बोझ बन चुका है।
एशिया सोसायटी में सवाल-जवाब के दौरान एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा हाफिज सईद और उसके संगठन से छुटकारा पाने के लिए कुछ समय चाहिए। लेकिन उन्होंने लगे हाथ अमेरिका परनिशाना भी साधा। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि लश्कर के बनने में या बनानेमें सिर्फ पाकिस्तान ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि 20 साल पहले अमेरिका ने भी मदद की थी। लेकिन पाक विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ द्वारा हाफिज सईद को बोझ बताए जाने पर हाफिज की पार्टी ने करारा जवाब दिया। मंगलवार को भारत दौरे पर अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने पाक को चेतावनी देते हुए कहा था कि वो अब आतंकियों के खिलाफ ईमानदारी से कार्रवाई करे। मैटिस ने कहा कि भारत और अमेरिका संयुक्त रूप से आतंकियों को प्रश्रय देने वाले देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।