रांची/ एजेंसी।
जामा प्रखंड के ढोंढली पंचायत में शौचालय निर्माण में भारी अनियमितता सामने आई है। ढोंढली पंचायत में शौचालय बनानेवाली जल सहिया पर शामत आ गई है। जल सहिया से प्रत्येक शौचालय में 15 से 22 फीसद तक कमीशन लिया जाता है। मचाडीह गांव की जल सहिया सविता देवी बताती हैं कि घर चलाना मुश्किल हो गया है। घर का पैसा भी शौचालय निर्माण में लग जाता है क्योंकि उन्हें निर्माण के लिए पूरी राशि ही नहीं दी जाती है।
नकटी गांव की जल सहिया यशोदा देवी के ससुर पीतांबर राय का कहना है कि मुखिया मुंशी मुर्मू और बिचौलिया संतोष मरीक की मिलीभगत से 20 फीसद राशि कम दी जाती है। नेमोडीह गांव की जल सहिया के पति जितेंद्र राय बताते हैं कि 12000 में केवल 9500 रुपये ही मिलता है। इसके कारण उन्हें घर का बैल बेचना पड़ा। इतना ही नहीं मिस्त्री को पैसा देने के लिए उन्होंने बैंक से कर्ज तक लिया है। ढोढली पंचायत में कुल 18 जल सहिया है और कमोबेश सभी की स्थिति एक जैसी है। दुम्मा गांव की जल सहिया के पति बिचौलिया संतोष मरीक द्वारा पहले ही 15 से 25 फीसद तक संबंधित जल सहिया से ले लिया जाता है। जबकि उसके द्वारा शौचालय निर्माण की कोई सामग्री नहीं दी जाती है। ढोंढली पंचायत के इन चार गांवों में कुल 192 शौचालय निमार्णाधीन हैं।