नई दिल्ली । सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पाकिस्तान और वहां से घुसपैठ करने वाले आतंकियों को सोमवार को बहुत ही सख्त संदेश दिया। उन्होंने संकेत दिया कि जरूरत पड़ी तो एलओसी पार आतंकियों के लॉन्चिंग पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक दोहराई जा सकती है। सेना प्रमुख के इस बयान का गृह राज्य मंत्री हंसराज अहिर ने समर्थन करते हुए कहा कि अगर आर्मी चीफ को ये लगता है कि देश की सुरक्षा के लिए दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी है तो हम उनका समर्थन करते हैं। सेना प्रमुख से जब आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा-वहां (एलओसी के पार) आतंकियों के कैंप सक्रिय हैं इसलिए आतंकी आते रहेंगे। हम भी तैयार हैं। हम उन्हें रिसीव कर जमीन के ढाई फीट नीचे पहुंचाते रहेंगे।
‘इंडियाज मोस्ट फियरलेस’ किताब के विमोचन अवसर पर जनरल रावत ने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए एक संदेश था, जो हम देना चाहते थे और वे समझ गए होंगे कि हमारा क्या मतलब है.. जरूरत पड़ी तो वे चीजें फिर हो सकती हैं। किताब में म्यांमार और नियंत्रण रेखा पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक का वर्णन है। मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर में सेना के एक कैंप पर आतंकी हमले में 19 सैनिकों के शहीद हो जाने के बाद गत वर्ष 28-29 सितंबर की रात सेना के विशेष बल ने एलओसी पार आतंकियों के लॉन्चिंग पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इस कार्रवाई में सीमा पार से घुसपैठ की ताक में बैठे कई आतंकी मारे गए थे।