पटना : आजकल के जमाने में जहां बेटी बेटे से कंधा मिलाकर चलती है वहीं कुछ लोग आज भी बेटी को बोझ समझते हैं कुछ इसी तरह का मामला बिहार के बेगूसराय जिले में प्रकाश में आया है जहां के रहने वाले एक युवक को लगातार दो बेटी हुई जिस से परेशान होकर उसने पत्नी को पहले घर से निकाला फिर उसे रास्ते से हटाने के लिए उसके मायके चला गया जहां रात के अंधेरे में गला काट कर उसकी हत्या करने के प्रयास कर रहा था। इसी दौरान लड़की के चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी मां उठी और आसपास के लोगों को बुलाया जिसके बाद लड़की को उसके चंगुल से बचाते हुए उसे गांव के चौराहे पर एक पेड़ से बांध दिया गया और जमकर धुनाई की गई। फिर मामले की जानकारी नजदीकी पुलिस को हुई और मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर थाने ले गई।
मिली जानकारी के अनुसार मामला बिहार के बेगूसराय जिले के लाखों सहायक थाना क्षेत्र के लालू नगर का है जहां के रहने वाले नकुल पेशे से मिस्त्री का काम करता था। उसकी शादी आज से 4 साल पहले जिले की ही नीलम देवी के साथ कर दी गई थी शादी के बाद दोनों हंसी खुशी रहे थे इसी दौरान उसे एक बेटी हुआ पर बेटी होने के बाद लगातार पत्नी को प्रताड़ित कर रहा था। लेकिन दोबारा जब उसकी पत्नी गर्भवती हुई और फिर बेटी को जन्म दिया तो वह हैवान बन गया और मारपीट करते हुए मासूम बच्चे के साथ उसे घर से बाहर निकाल दिया। किसी तरह पीड़िता अपने मायके पहुंची और वहीं रहने लगी इसी दौरान उसे रास्ते से हटाने के लिए वह कल देर रात ससुराल पहुंचा और रात के अंधेरे में गला रेतकर उसकी हत्या करने की कोशिश कर रहा था तभी लड़की की चिल्लाहट सुनकर आसपास के लोग वहां जमा हो गए और उसे पकड़कर पेड़ से बांधते हुए जमकर धुनाई कर दी। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया ।
मामले की जानकारी देते हुए थाना अध्यक्ष ने बताया कि नीलम देवी के पति को बेटी नहीं पसंद था इसीलिए लगातार वह उसे प्रताड़ित करते हुए दो लाखों रुपए की मांग कर रहा था। लेकिन यह पैसा देने में नीलम और उसके घरवाले असमर्थ थे इसीलिए उससे बदला लेने की नियत से वह उसके घर पहुंचा और रात के अंधेरे में उसकी हत्या कर रहा था लेकिन आस-पास के लोगों की सक्रियता से नीलम की जान बची फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। वहीं पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अपनी पत्नी की विदाई कराने के लिए आया था लेकिन ससुराल वाले उसे हमारे साथ जाने नहीं दे रहे थे इसलिए हमें पेड़ से बांधते हुए मारपीट किया गया।