कश्मीर मुद्दे को लेकर यूएन में रोना रो रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी पर भारत ने जमकर पलटवार किया है। भारत ये जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान का सारा कच्चा चिट्ठा दुनिया के सामने रखा और पाकिस्तान को टेररिस्तान करार दिया। संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजनयिक एनम गंभीर ने इन 10 खुलासों से पाकिस्तान की हकीकत दुनिया के सामने कर दी।
1. पाकिस्तान अब ‘टेररिस्तान ‘ है। वह आतंक का पर्याय बन चुका है। वहां एक फलता-फूलता उद्योग है जो वैश्विक आतंकवाद को पैदा करता है और उसका निर्यात करता है।
2. यह कितनी अजीब बात है कि जिस देश ने ओसामा बिन लादेन को संरक्षण दिया और मुल्ला उमर को शरण दे रखी है वही देश खुद को पीड़ित बता रहा है।
3. पाकिस्तान के सभी पड़ोसी तथ्यों को तोड़-मरोड़ने, धूर्तता, बेईमानी तथा छल-कपट पर आधारित कहानियां तैयार करने की उसकी चालों से भलीभांति परिचित हैं और परेशान हैं।
4. वैकल्पिक तथ्यों को तैयार करने के प्रयासों से वास्तविकता नहीं बदल जाती।
5. पाकिस्तान अपने छोटे से इतिहास में आतंक का पर्याय बन चुका है।
6. वर्तमान स्थिति का अंदाजा इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि लश्कर ए तैयबा जिसे संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी संगठन घोषित किया है, उसका प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद अब
राजनीतिक दल का नेता बनने की तैयारी कर रहा है।
7. इसमें से कुछ भी पाकिस्तान के जम्मू-कश्मीर राज्य पर लालच भरी नजर डालने के प्रयासों को सही साबित नहीं कर सकता, जम्मू-कश्मीर हमेशा भारत का अभिन्न हिस्सा है और
रहेगा। पाकिस्तान चाहे सीमा पार आतंकवाद को कितना ही बढ़ाए लेकिन वह भारत की क्षेत्रीय अखंडता को कमतर करने में कभी कामयाब नहीं होगा।
8. टेररिस्तान एक ऐसा क्षेत्र है जिसके आतंक के वैश्विकरण में योगदान की तुलना हो ही नहीं सकती।
9. पाकिस्तान को केवल यह समझाया जा सकता है कि वह दुनिया को तबाह करने के विचार को त्याग दे क्योंकि इसकी वजह से पूरी दुनिया को कष्ट उठाना पड़ा है।
10. अगर उसे समझाया जा सके कि यदि वह सभ्यता, व्यवस्था और अमन के प्रति प्रतिबद्धता जताएगा तभी उसे साझा हितों से जुड़े राष्ट्रों के संघ में स्वीकार्यता मिल सकती है।
इससे पहले, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। यूएनजीए बैठक से इतर सुषमा ने कहा कि दक्षिण एशिया में ऐसे देश आतंकवाद की मदद कर रहे हैं और शरण दे रहे हैं, जो अपना हित साधने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं। लिहाजा दक्षिण एशिया में आतंकवाद अपनी पैठ बनाए हुए हैं। सुषमा स्वराज ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को आतंकी संगठनों की शरणस्थली बताया। स्वराज ने कहा कि आतंकवाद को विदेश नीति के रूप में इस्तेमाल करने वाले देश आतंकी संगठनों को समर्थन और पनाह दे रहे हैं। वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में ब्रिक्स मंत्रिस्तरीय बैठक में वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बने आतंकी संगठनों पर बोल रही थीं। दूसरी ओर, ब्रिक्स देशों ने भी आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा की और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में व्यापक सुधार करने का आह्वान किया ताकि भारत और इस निकाय के उसके साथी पांच देश विश्व निकाय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।