गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युम्न की हत्या के बाद उसका परिवार सहमा हुआ है। अब प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर अपनी बेटी को वहां नहीं पढ़ाना चाहते। बेटी को स्कूल भेजने की बात पर कहते हैं कि अब इस स्कूल में पढ़ाने का सवाल ही नहीं उठता।
वह कहते हैं कि बेटे को खो दिया है, बेटी अनमोल है। उसे नहीं खोना चाहता। मालूम हो कि आठ सितंबर को स्कूल में ही प्रद्युम्न की हत्या हो गई थी। इसके बाद बड़ी संख्या में अभिभावक अपने बच्चों का नाम कटवाने स्कूल पहुंच रहे हैं। न सिर्फ प्रद्युम्न का परिवार बल्कि इस स्कूल में पढ़ने वाले हर बच्चे का परिवार सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
प्रद्युम्न की बहन विधि भी इसी स्कूल में पांचवीं कक्षा की विद्यार्थी है। वारदात के दिन भी भाई-बहन साथ ही स्कूल गए थे। घटना के बाद से स्कूल बंद है। इसे 25 सितंबर से खुलने के आसार हैं। हालांकि अब तीन माह के लिए इसे सरकार ने टेकओवर कर लिया है। इसके बावजूद वरुण ठाकुर को स्कूल पर भरोसा नहीं है क्योंकि इस कातिल स्कूल ने उनका बेटा छीन लिया।