पटना : पहले से ही बेनामी संपत्ति सहित कई मामलों में कोर्ट कचरी का चक्कर लगा रहा लालू परिवार पर एक और मुसीबत आ गया है। लालू के बड़े बेटे बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का शूटर मोहम्मद कैफ की तस्वीर की जांच करने के बाद अब इस मामले की सुनवाई होगी। आपको बताते चलें कि बिहार के सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में मोहम्मद कैफ को गिरफ्तार किया गया था जिसकी गिरफ्तारी के बाद तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ उसकी तस्वीर सामने आई थी। इसी मामले की सुनवाई कर रही सुप्रीम कोर्ट के द्वारा यह कहा गया कि पहले तेज प्रताप और मोहम्मद कैफ की तस्वीरों की जांच होगी फिर इस मामले की सुनवाई होगी।
पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड मामले में सुनवाई कर रहे कोर्ट के द्वारा यह पूछा गया कि इस मामले के शूटर मोहम्मद कैफ और तेज प्रताप की तस्वीर की जांच क्यों नहीं की गई। तो सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि तेज प्रताप के खिलाफ फोटो के अलावा और कोई सबूत नहीं मिले थे। जिसकी वजह से ज्यादा जांच नहीं की गई। जिसके बाद कोर्ट ने इस तस्वीर को जांच करने का आदेश दिया तथा 8 हफ्ते बाद फिर इस मामले की सुनवाई की जाएगी।
आपको बताते चलें कि सुनवाई के दौरान सीबीआई अधिकारी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पत्रकार राजदेव हत्याकांड मामले में 22 अगस्त को चार्जशीट दाखिल किया गया था इसमें सहाबुद्दीन समेत आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी दौरान कोर्ट ने उनसे इस मामले का आरोपी मोहम्मद कैफ और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की तस्वीर के बारे में पूछा।
गौरतलब है कि आज से 1 साल पहले मई महीने में गोली मारकर पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या कर दी गई थी। इस घटना को उस वक्त अंजाम दिया गया जब वह अपने कार्यालय से बाहर आ रहे थे। घटना के बाद मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई और इस मामले में सहाबुद्दीन के खास मोहम्मद कैफ को आरोपी बनाया गया था। लेकिन परिवार वालों के दबाव के बाद इस मामले को सीबीआई के हवाले किया गया जहां सीबीआई अधिकारी इस मामले की जांच पड़ताल करते हुए कोर्ट में चार्जशीट पेश किया है। जिसके बाद कोर्ट के द्वारा यह कहा गया कि जब तक मोहम्मद कैफ और तेज प्रताप यादव की तस्वीर की जांच नहीं हो जाती तब तक मामले की सुनवाई नहीं की जाएगी।