नई दिल्ली । गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुई सात साल के छात्र की नृशंस हत्या की जांच सीबीआइ करेगी। हरियाणा के मुख्मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सीबीआइ जांच की सिफारिश कर दी है। सीएम मनोहर लाल ने शुक्रवार को पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद यह एलान किया है। रेयान हत्याकांड मामले को लेकर हरियाणा सरकार पहले की कह चुकी थी कि परिजनों की मांग पर वह सीबीआइ जांच कराने के लिए तैयार है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि राज्य सरकार 3 माहीने के लिए रेयान स्कूल के प्रबंधन का अधिग्रहण करेगी। प्रद्युम्न हत्याकांड की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने पर पीड़ित परिवार ने कहा कि खुशी है कि इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए जांच सीबीआइ को दी गई है। छात्र के परिजन पहले ही मामले में सीबीआइ जांच की मांग कर चुके हैं।
एसआइटी ने पूरी की जांच
बता दें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या मामले की जांच एसआइटी ने पूरी कर ली है। तीन से चार दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। जांच के मुताबिक हत्या में केवल बस कंडक्टर अशोक ही शामिल था। इसके अलावा किसी दूसरे की किसी भी स्तर पर भूमिका नहीं है।
हत्या के पीछे बड़ी साजिश
हालांकि पीड़ित के पिता वरुणचंद ठाकुर जांच से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि बस कंडक्टर आखिर उनके बेटे को क्यों मारेगा। यदि कंडक्टर कुछ गलत भी कर रहा था तो सात साल के बच्चे को क्या समझ में आएगा। केवल आंख दिखाने पर ही बच्चा डर जाता। उसकी निर्दयता से हत्या करने की क्या आवश्यकता थी। निश्चित रूप से हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश है। श्याम कुंज निवासी वरुणचंद ठाकुर का सात वर्षीय पुत्र प्रद्युम्न सोहना रोड गांव भोंडसी के नजदीक स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा का छात्र था। ठाकुर शुक्रवार सुबह सात बजकर 50 मिनट पर उसे स्कूल के गेट पर छोड़कर गए थे। आठ बजकर 10 मिनट पर उन्हें स्कूल से फोन किया गया कि प्रद्युम्न बाथरूम में गिर गया है। उसे सेक्टर-51 स्थित एक निजी अस्पताल में ले जाएगा, आप पहुंचें। जब ठाकुर वहां पहुंचे तो जानकारी दी गई कि बच्चे की पहले ही मौत हो चुकी थी।
दो से तीन मिनट में सारा घटनाक्रम
पुलिस जांच के मुताबिक प्रद्युम्न अपनी कक्षा में जाने की बजाय सीधे बाथरूम पहुंच गया था। उस समय बाथरूम में केवल बस सहायक अशोक था। वह बस के टूल बॉक्स से चाकू निकालकर धोने के लिए पहुंचा था लेकिन वहां पहुंचने के बाद वह गंदी हरकत करने लगा। इसे प्रद्युम्न ने देख लिया था। बच्चा बाहर जाकर बता न दे, इस भय से उसने पीछे से पकड़कर उसका गला रेत दिया। पहली बार में चीख निकली लेकिन दूसरी बार जब वार किया तो आवाज बंद हो गई। इस वजह से बच्चा बाथरूम से बाहर तड़पता हुआ आया लेकिन उसकी आवाज कोई सुन नहीं सका। एक से दो मिनट बाद ही माली हरपाल बाथरूम के नजदीक पहुंचा तो उसने स्कूल प्रबंधन को सूचना दी।
शक न हो इसलिए सहायता करने लग गया था
किसी को शक न हो इसलिए आरोपी अशोक ने बच्चे को अपनी गोद में उठाकर न केवल गाड़ी तक पहुंचाया बल्कि अस्पताल तक भी गया था। इस वजह से कपड़ों में खून लगने के बाद भी किसी को शक नहीं हुआ। घटना के दिन ही जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो दो बच्चों ने बताया कि उन्होंने बाथरूम में बस सहायक अशोक को जाते हुए देखा था। इसके बाद अशोक से पूछताछ की गई। वह कुछ ही देर में टूट गया और उसने सच्चाई उगल दी। उसने बताया कि वह गलत काम कर रहा था। उसे डर हुआ कि कहीं बच्चा किसी को बता न दे। उसके पास चाकू था। उसने उसे पीछे से पकड़कर गले को चाकू से रेत दिया।
परिजन जांच को सही मानने के लिए तैयार नहीं
प्रद्युम्न के पिता वरुणचंद ठाकुर का कहना है कि दो से तीन मिनट के भीतर हत्या का होना यह दर्शाता है कि किसी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया गया। उनका बेटा बैग रखने के लिए क्लासरूम में क्यों नहीं गया। यदि बाथरूम से क्लास रूम की दूरी अधिक होती तो बात समझ में आती। रिसेप्शन से अंदर जाते ही पहले क्लास रूम है। कोई न कोई बात ऐसी है जिसकी वजह से उनके बेटे की स्कूल पहुंचते ही हत्या कर दी गई। एसआइटी की सदस्य व एसपी ने कहा कि एसआइटी की जांच के अलावा भी कई स्तर पर भी जांच की गई है। मामले में केवल अशोक ही शामिल है। इसके अलावा दूसरा कोई नहीं है। जांच पूरी हो चुकी है, जब चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी की जाएगी।
कांग्रेस ने की CBI जांच की मांग
गौरतलब है कि कांग्रेस ने गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में सात वर्षीय छात्र की हत्या को लेकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के मामले में राज्य की मनोहर लाल खट्टर सरकार पर ढुलमुल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए मामले की सीबीआइ से जांच कराने की मांग की।
पप्पू यादव ने की CBI जांच की मांग
बिहार के मधेपुरा से सांसद व जनअधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने भी रेयान समूह के स्कूलों की सीबीआइ जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा के प्रद्युम्न मामले में अब तक स्कूल मालिक पर कार्रवाई न होना भी कई सवाल खड़े करता है।