बेंगलुरु। पत्रकार गौरी लंकेश के हत्यारों का सुराग देने वाले को सरकार 10 लाख रुपये का इनाम देगी। कर्नाटक सरकार ने ये घोषणा की है। पुलिस ने गुरुवार को लोगों से अपील की थी कि इस हत्याकांड के बारे में कुछ भी पता है तो उसे बताए। इसके लिए एक ईमेल आइडी व फोन नंबर भी जारी किया गया है। इसके एक दिन बाद ही गृह मंत्री रामालिंगा रेड्डी ने दस लाख के इनाम की घोषणा की है।
गृहमंत्री रेड्डी का कहना है कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने निर्देश दिया है कि एसआईटी में पर्याप्त संख्या में अधिकारी-कर्मचारी तैनात किए जाए ताकि जांच का काम तेजी से हो। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने एसआईटी के प्रमुख बीके सिंह के साथ एक बैठक भी की। बैठक में डीजीपी आरके दत्ता, डीजी (खुफिया) एएम प्रसाद भी मौजूद थे।रेड्डी ने बताया कि जांच टीम से कहा गया है कि भाजपा विधायक जीवराज को बुलाकर पूछताछ की जाए। उन्होंने गुरुवार को पत्रकार की हत्या को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। रेड्डी ने ये भी कहा कि विधायक से पूछा जाएगा कि उन्होंने इस तरह का बयान क्यों दिया था। उन्होंने कहा कि ये बात अखरने वाली है कि गौरी लंकेश की हत्या के बाद न तो कोई भाजपा नेता उनके घर गया, न ही शमशान घाट पर।
अमेरिका में भी हत्या की चर्चा
गौरी लंकेश की हत्या को लेकर अमेरिकी कांग्रेस में भी चर्चा की गई। दक्षिण व मध्य एशिया के मामलों को सहायक सचिव एलिस वेल्स ने एक उप समिति में कहा कि मामला वाकई हतप्रभ करने वाला है। पत्रकार की हत्या लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भारत इससे जल्दी उबर जाएगा और लोकतंत्र वहां और ज्यादा मजबूत होगा।
इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस ने कहा कि लगता है कि एक प्रभावशाली आवाज को दबाने की साजिश पहले ही रच ली गई थी। यूनेस्को की महानिदेशक इरिना बोकोवा ने कहा कि भारत इस मामले का पर्दाफाश जल्द करे, क्योंकि प्रैस पर हमले का मतलब मूलभूत अधिकारों के हनन का प्रयास है।