नई दिल्ली । रक्षा मंत्रालय का जिम्मा एक बार फिर देश की एक महिला उठाने जा रही है। मगर इसमें एक लंबा वक्त लग गया। रक्षा मंत्रालय का भार संभालने वाली देश की पहली महिला पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं। उसके बाद से अब तक यह जिम्मेदारी संभालने वाली निर्मला सीतारमण देश की दूसरी महिला होंगी।
अब तक इस क्षेत्र में पुरुषों का ही वर्चस्व रहा है, मगर मोदी सरकार ने निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाकर इस परंपरा को तोड़ने का सराहनीय प्रयास किया है। वैसे सही मायने में निर्मला सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक रक्षा मंत्री बनी हैं, क्योंकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए रक्षा मंत्रालय का भार संभाला था। निर्मला सीतारमण को अरुण जेटली की जगह रक्षा मंत्री बनाया गया है। आज मोदी कैबिनेट का तीसरी बार विस्तार हुआ, इसके तहत चार मंत्रियों को प्रमोशन मिला तो वहीं नौ नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया गया। जेएनयू से पढ़ाई करने और आंध्रप्रदेश की रहने वाली निर्मला सीतारमण अब तक वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रही थीं। मिशन 2019 के तहत भाजपा का फोकस दक्षिण भारतीय राज्यों पर अधिक है, इस लिहाज से निर्मला सीतारमण का प्रमोशन काफी अहम माना जा रहा है। उनके अलावा केरल से अल्फांसो कन्नथनम को भी इसी मिशन के तहत मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
2006 में भाजपा में शामिल हुईं निर्मला सीतारमण की छवि एक बौद्धिक महिला के रूप में रही है। जब भाजपा विपक्ष में थी, तब उन्होंने पार्टी के प्रवक्ता के रूप में बेहतरीन छाप छोड़ी थी। फिर धीरे-धीरे उन्होंने अपनी पहचान और मजबूत बनाई और अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक बातचीत एवं समझौतों में सीधे दखल देने लगीं। डोकलाम विवाद के दौरान वह हाल में ब्रिक्स बैठक में हिस्सा लेने चीन भी गई हुई थीं।
देश की दूसरी महिला रक्षा मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण
