भविष्य में देशभर के तमाम पेट्रोल पंपों पर फार्मास्यूटिकल्स, किराने के सामान और अन्य उत्पादों की बिक्री शुरू हो सकती है।
नई दिल्ली । सरकार सरकारी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों के राजस्व आधार को बढ़ाने पर विचार कर रही है, इसके जरिए उन्हें बिक्री के लिए फार्मास्यूटिकल्स, किराने के सामान और अन्य उत्पादों की बिक्री करने की इजाजत दी जाएगी। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार भविष्य में पेट्रोल पम्प पर फार्मेसी और सूचना प्रौद्योगिकी सेवा केंद्र स्थापित किए जा सकते हैं।
प्रधान ने कहा, “हमारी तीनों तेल विपणन कंपनियां (ओएमसी) रिटेल एनर्जी बिजनेस में एक्सपर्ट हैं..हम यह कोशिश कर रहे हैं कि केमिकल एवं फर्टिलाइजर मिनिस्ट्री की फार्मेसी विंग और आईटी मिनिस्ट्री के कॉमन सर्विस सेंटर भी पेट्रोल पंपों पर खोले जाएं। ओएमसी के रिटेल आउटलेट कन्वीनिएंस सेंटर हो जाएंगे जहां रोजमर्रा के इस्तेमाल की वस्तुएं एवं सेवाएं लोगों के लिए बड़े पैमाने पर उपलब्ध होंगी। ताकि नॉन फ्यूल रिटेल बिजनेस को भी बढ़ाया जा सके।”
जल्द पेट्रोल पंपों पर मिलेगा एलईडी बल्ब:
भारत दुनिया का पहला देश बनेगा, जहां रोशनी के लिए इस्तेमाल होने वाला हर बल्ब एलईडी होगा। भारत यह उपलब्धि 2019 तक हासिल कर सकता है। इससे देश को सालाना 40,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने यह बात देश के सभी सरकारी पेट्रोल पंपों से एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और फैन की बिक्री शुरू करने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 तक देश का सौ फीसद ‘एलईडीकरण’ हो जाएगा। इससे हम दुनिया को यह संदेश देंगे कि भारत ऊर्जा संरक्षण पर सिर्फ वादा नहीं करता, बल्कि करके दिखाता है। बुधवार को सरकारी कंपनी ईईएसएल ने पेट्रोलियम क्षेत्र की इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत इन तीनों सरकारी तेल कंपनियों के 54,500 पेट्रोल पंपों के जरिये एलईडी उत्पादों की बिक्री की जाएगी।