कतर के प्राधिकारियों ने सऊदी अरब पर पिछले महीने आरोप लगाया था कि उसने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की गारंटी देने से इनकार करके मक्का की यात्रा को खतरे में डाल दिया है।
कारियो, रॉयटर। सऊदी अरब ने कतर के उन श्रद्धालुओं के लिए बॉर्डर खोल दिया है, जो इस साल हल के लिए आना चाहते हैं। सऊदी सरकार ने बुधवार को कहा कि वो इस साल हज करने के लिए सऊदी अरब में कतरी तीर्थयात्रियों का स्वागत करेंगे। एक विवाद के बीच जून से दोनों देशों के बीच परिवहन और राजनयिक संबंध फिलहाल टूटे हुए हैं। सऊदी की आधिकारिक प्रेस एजेंसी के एक बयान में कहा गया है कि सलवा बॉर्डर कतरी नागरिकों के लिए खुलेगा, जो हज यात्रा पर आना चाहते हैं।
बता दें कि सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने पांच जून को कतर के साथ राजनयिक एवं कारोबारी संबंध समाप्त कर लिए थे। इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। इस बीच कतर के उन लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई थी, जो इस साल हज यात्रा करने की तैयारी करके बैठे हुए थे। लेकिन सऊदी अरब की सरकार ने कतर के ऐसे तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत दी है।
सऊदी की आधिकारिक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान और दोहा के दूत के बीच मुलाकात के बाद सीमा संबंधी यह निर्णय लिया गया। शाह ने आदेश दिया है कि कतर के तीर्थयात्रियों को तीर्थयात्रा करने के लिए सलवा बॉर्डर पार करके सऊदी अरब में प्रवेश की अनुमति होगी। उन्होंने यह भी आदेश दिया था कि सऊदी विमानन कंपनी के निजी विमानों को दोहा हवाईअड्डा भेजा जाए, ताकि सभी कतरी तीर्थयात्रियों को उसके खर्चे पर लाया जा सके।
बयान में कहा गया कि शहजादे ने सऊदी एवं कतर के लोगों और सऊदी नेतृत्व एवं कतर में शाही परिवार के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर बल दिया। कतर के प्राधिकारियों ने सऊदी अरब पर पिछले महीने आरोप लगाया था कि उसने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की गारंटी देने से इनकार करके मक्का की यात्रा को खतरे में डाल दिया है। लेकिन अब इस समस्या का हल निकल गया है।