पटना : पिछले कई दिनों से बिहार में हो रही भयानक बारिश की वजह से सीमांचल का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। उत्तर भारत में बाढ़ की स्थिति काफी गंभीर हो गई है। राज्य के कई जिले के लोग इसकी चपेट में आने के बाद सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं तो कई लोगों की जान अब तक जा चुकी है। भारी बारिश और बाढ़ का कहर ऐसा कि अररिया के जोगबनी स्टेशन पूरी तरह नहर में तब्दील हो गया है।तो अररिया, किशनगंज, कटिहार व चंपारण में जगह-जगह रेल ट्रैक पर पानी की धारे चल रही है। भयानक बारिश की कहर अब ट्रेनों में भी देखने को मिलना है। रेलवे ट्रैक पर पानी भरे होने के कारण ट्रेन का आवागमन प्रभावित हो गया है।
बिहार में आये बाढ़ की भयंकर स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद जाएजा ले रहे है।बिहार के सीमांचल क्षेत्रों में आई भारी बाढ़ के कारण लोगों के जनजीवन पर खतरा बढ़ता देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कदम उठाया है ।तो केंद्र सरकार के द्वारा
भी बाढ़ पीड़ित लोगों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया है। आपको बताते चलें की भारी बारिश के कारण पश्चिम चंपारण के सिकटा में दोन कैनाल का तटबंध टूट गया है। तो कोसी क्षेत्र का हाल दिन पर दिन बेहाल होता जा रहा है। घरों में पानी पूरी तरह प्रवेश कर चुका है। लोग मजबूरन घर के छत पर स्कूल और पेरो पर चढ़कर अपना दिन गुजार रहे हैं।यह जल प्रलय का नजारा बिहार के अररिया,पश्चिम चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी और दरभंगा मे देखने को मिल रहा है जहां गांव में बाढ़ के पानी से लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
अररिया के रेलवे स्टेशनों का हाल बेहाल हाल है अररिया जोगबनी रेल खंड पर पूरी तरह पानी जमा हो गया है जिसके कारण रेलवे आवागमन को भी रोक दिया गया है। कई एक्सप्रेस ट्रेन जहां तहां खड़ा कर रेलवे एक से पानी निकालने की कोशिश की जा रही है।तो कटिहार के बारसोई-गुवाहाटी रेलखंड पर पानी चढ़ने के कारण पूर्वोत्तर भारत से संपर्क टूट गया है।
पिछले कई दिनों से हो रहे भयानक बारिश और वज्रपात तथा पानी में डूबने से लगभग दर्जनों लोगों की मौत की खबर सामने आई है। तो बाढ़ के कारण दीवार गिरने से बिहार के निर्मली में एक परिवार के चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है वही कई स्कूल के भी ध्वस्थ हो जाने की बात बताई जा रही है। बागमती नदी के उफान में आने के कारण शिवहर सीतामढ़ी NH 104 डुब्बा घाट के समीप बहने लगा है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर उपर हो गया है। यह नजारा पिछले 24 घंटे में देखने को मिला। क्योंकि पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल की नदियों में उफान है। बाढ़ के पानी से दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं। लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और अपनी जान बचाने के लिए लोग गांव छोड़कर दूर भागने की कोशिश कर रहे हैं।
सचमुच भयावह है बाढ की विभीषिका ।