स्पॉट फिक्सिंग मामले में आजीवन प्रतिबंध झेल रहे क्रिकेटर एस. श्रीसंत को बड़ी राहत मिली है. सोमवार को केरल हाई कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया है. श्रीसंत पर यह प्रतिबंध आईपीएल-6 (2013 ) स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में लिप्त पाए जाने पर लगा था.श्रीसंत के इस साल केरल के एर्नाकुलम क्लब के दो दिनी फर्स्ट डिवीजन मैच से वापसी की खबरे थीं. लेकिन इससे पहले श्रीसंत को स्कॉटलैंड में क्लब क्रिकेट खेलना था. लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें इसके लिए एनओसी नहीं दिया.
इससे नाराज श्रीसंत ने कहा था, ‘जब मेरे आजावीन प्रतिबंध के बारे में कोई आधिकारिक लेटर नहीं है, तो क्यों अंपायर मुझे खेलने से रोकेंगे? जब मैं तिहाड़ जेल में था, तो मुझे सिर्फ एक सस्पेंशन लेटर मिला था. सस्पेंशन लेटर सिर्फ 90 दिनों के लिए वैध होता है. आज तक कोई (बैन को लेकर) आधिकारिक संवाद नहीं हुआ है. मैं बेवकूफ था जो इतने दिनों तक क्रिकेट नहीं खेला. मेरे साथ आंतकवादी से भी ज्यादा खराब व्यवहार किया गया.’
दरअसल, 2013 में आईपीएल अपने अंतिम चरण में था, लेकिन तभी स्पॉट फिक्सिंग की खबर से खलबली मची थी. 16 मई 2013 को श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके दो अन्य साथी खिलाड़ी (अजित चंदीला और अंकित चव्हाण) गिरफ्तार हुए थे. आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को मुंबई में गिरफ्तार किया था.